जमुई. जिला मुख्यालय के बोधबन तालाब मोहल्ला स्थित एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती एक महिला की मौत बुधवार की देर शाम हो गयी. मृतक महिला की पहचान सदर थाना क्षेत्र के हांसडीह मोहल्ला निवासी छोटन रावत की पत्नी गुड़ीया देवी के रूप में हुई है. महिला की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए शव के साथ हॉस्पिटल के बाहर हंगामा करने लगे. इस दौरान हॉस्पिटल के संचालक और कर्मियों ने मृतक मरीज के परिजनों पर अचानक लाठी-डंडा से हमला कर दिया. इसमें दो महिलाएं सहित तीन लोग घायल हो गये. घायलों में काजल देवी, ज्योती देवी तथा तपोस रावत शामिल हैं. इसके उपरांत आक्रोशित लोगों ने जमुई-खैरा मुख्य मार्ग स्थित जवाहर स्कूल के समीप सड़क जाम कर दिया. सड़क जाम की सूचना मिलते ही सदर थानाध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार व अंचलाधिकारी ललिता कुमारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों पक्ष को शांत कराया. घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजकर मामले की छानबीन में जुट गये. अंचलाधिकारी ललिता कुमारी ने बताया कि घटना की जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी गयी है. हॉस्पिटल के लाइसेंस की जांच की जा रही है. इलाज में लापरवाही सामने आने पर हॉस्पिटल को सील करने की कार्रवाई की जायेगी.
चार लोगों को भेजा जेल
निजी हॉस्पिटल स्टॉफ व बाहर के लोगों के परिजनों के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया था. लेकिन गुरुवार को पूछताछ के बाद तीन लोगों को छोड़कर दिया गया, जबकि चार लोगों को कागजी कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है.कहते हैं थानाध्यक्ष
मृतक के परिजन के आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य लोगों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है. जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. अमरेन्द्र कुमार, सदर थानाध्यक्ष, जमुईऑक्सीजन की कमी बता मरीज को सदर अस्पताल भेज दिया
मृतक महिला के परिजन ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व महिला को तेज बुखार आने पर निजी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था. जहां संचालक व डॉक्टर ने एक सप्ताह के अंदर जांच, इलाज और दवा के नाम पर लाखों रुपये लिये. इसके उपरांत बुधवार की देर शाम महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी तो संचालक ने मरीज को ऑक्सीजन की कमी बताते हुए सदर अस्पताल ले जाने की बात कही. हमलोग जब मरीज को सदर अस्पताल लाये तो चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. युवती की मौत से नाराज परिजन ने बताया कि उक्त हॉस्पिटल में डॉक्टर की अनुपस्थिति में स्टाफ ही इलाज करते हैं और इसी लापरवाही में गुड़िया देवी की मौत हो गयी.सदर अस्पताल में दलालों का है बोलबाला
निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान महिला की हुई मौत के बाद मृतक के परिजन ने सदर अस्पताल में बिचौलिये के सक्रिय होने का गंभीर आरोप लगाया है. मृतक गुड़िया देवी के परिजन ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व जब गुड़िया देवी की तबीयत बिगड़ी तो उसे इलाज के लिये सदर अस्पताल लाया गया था. जहां चिकित्सक ने ब्लड जांच लिखा था. जांच घर के समीप एक महिला बिचौलिया बहला-फुसलाकर सदर अस्पताल के बाहर स्टार अल्ट्रासाउंड और जांच घर में लाया. यहां बल्ड जांच करने के बाद स्टार अल्ट्रासाउंड में कार्यरत डब्लू रावत ने सदर अस्पताल में इलाज नहीं होने का झांसा देकर निजी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया. परिजन के इस आरोप के बाद एक बार फिर सदर अस्पताल में बिचौलिये के सक्रिय रहने का मामला सामने आया है.सदर अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि यदि मृतक महिला के परिजन लिखित शिकायत करते हैं तो मामले की जांच कर उक्त महिला बिचौलियों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
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