झाझा. रजला हॉल्ट के पास दो दिन पूर्व ट्रेन से गिरकर घायल हुई दुमका निवासी नेत्रहीन छात्रा तरानरी से मिलने बुधवार को दिल्ली से दो नेत्रहीन दोस्त झाझा रेफरल अस्पताल पहुंचे. दिल्ली के एक नेत्रहीन विद्यालय में अध्ययनरत मुन्नी और दीपक जैसे ही अपनी दोस्त तरानरी की दुर्घटना की खबर मिली, उन्होंने तुरंत झाझा आने का फैसला लिया. मुन्नी व दीपक ने बताया कि वे दिल्ली के एक नेत्रहीन विद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं और तरानरी भी पूर्व में उसी विद्यालय में पढ़ चुकी है. मित्रता और अपनत्व की मिसाल पेश करते हुए दोनों ने संकल्प लिया कि वे अब तरानरी को दिल्ली ले जाकर फिर से उसी विद्यालय में साथ पढ़ाएंगे. तीनों एक साथ रहकर एक-दूसरे का सहारा बनेंगे और शिक्षा की राह में आगे बढ़ेंगे. मुन्नी और दीपक की इस प्रेरणादायक पहल को अस्पताल में मौजूद लोगों और स्थानीय लोगो ने खूब सराहा. सभी ने कहा कि इन युवाओं की दोस्ती और जज्बा समाज के लिए प्रेरणा देने वाले हैं. गौरतलब है कि दो दिन पहले दुमका की नाबालिग छात्रा तरानरी ट्रेन से गिर गयी थी, इसके बाद स्थानीय पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे इलाज के लिये झाझा रेफरल अस्पताल पहुंचाया. फिलहाल तरानरी का इलाज जारी है और अब उसके दो घनिष्ठ मित्र उसका हौसला बनने के लिए उसके साथ खड़े हैं.
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