सोनो. प्रदेश के विज्ञान, प्रावैद्यिकी व तकनीकी शिक्षा मंत्री सह स्थानीय विधायक सुमित कुमार सिंह और जिला पदाधिकारी अभिलाषा शर्मा सोमवार की शाम बटिया के कटहराटांड़ स्थित बरनार डैम के निर्माण स्थल पर पहुंचे. उनके साथ जिला के कई पदाधिकारियों के अलावे सिंचाई अवर प्रमंडल के पदाधिकारी व टेक्निकल टीम थे. डैम निर्माण स्थल पर डीएम ने तमाम जानकारी हासिल की. मंत्री सुमित सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है जो अगले माह में पूरी हो जाएगी. बरनार डैम निर्माण की बाधाएं लगभग दूर हो गई है. अब जल्द ही मेरे दादाजी और पिताजी के बरनार डैम का सपना पूरा होगा. उन्होंने कहा कि बीते 15 वर्षों से मै प्रयासरत था. इस सफेद हाथी बने बेहद महत्वपूर्ण जलाशय योजना के निर्माण को शुरू करवाने की कवायद 2010 में मैने तब शुरू किया था जब पहली बार विधायक बना था. विधानसभा में आवाज उठाया. पुनः जब क्षेत्र के नेतृत्व का मौका मिला तब लगातार इसकी बाधा को दूर करने में लगा रहा. उन्होंने डीएम के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि डीएम भी इस परियोजना को लेकर पूरे लगन और मेहनत से काम कर रही है. पूरे जिला प्रशासन की टीम बेहतर तरीके से इसके लिए प्रयासरत है. इस डैम के बनने से चार प्रखंड और बाद में दो अन्य प्रखंड के किसान लाभान्वित होंगे. भाखड़ा नंगल डैम के बाद यह सबसे बड़ा डैम होगा. मेरे प्रयास के सफल होने पर क्षेत्र विकास की नई ऊंचाई को प्राप्त होगा.
डैम बनने से कृषि क्षेत्र में आयेगी क्रांति: जिलाधिकारी
सोनो. डीएम अभिलाषा शर्मा ने बताया कि डैम बनने से कृषि क्षेत्र में क्रांति आएगी. इससे 22 हजार हेक्टेयर जमीन का पटवन होगा. यह परियोजना जमुई जिला के लिए वरदान साबित होगी. टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान इसकी बाधा दूर कर इसके निर्माण की बात कहे थे. जिसके बाद से इसके निर्माण कार्य की बाधा को दूर करने के कार्य में काफी तेजी आई है. जमीन अधिग्रहण का काम अंतिम चरण में है. वन विभाग को हस्तांतरित किए जाने वाले भूमि का 76 प्रतिशत से अधिक भूमि का अधिग्रहण हो गया है लिहाजा अब टेंडर की स्वीकृति मिल गई है. इसके बनने पर सोनो, गिद्धौर, खैरा व झाझा प्रखंड के लोगों को फायदा मिलेगा.नई तकनीक का होगा उपयोग, लगेंगे रेडियल गेट
डीएम बताती है कि डैम बनाने में नई तकनीक का उपयोग होगा. 72.3 मीटर ऊंचे बनने वाले इस डैम में रेडियल गेट लगेंगे. यह बिहार का सबसे एडवांस कंक्रीट डैम बनेगी. इस परियोजना को अगले तीन साल में पूर्ण कर लेने का लक्ष्य है. डीएम बताती है कि खेतों तक पाइप के जरिए पानी पहुंचाया जाएगा. पाइप बिछाने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाना है जिसका स्वामित्व भी किसानों के पास ही होगा. मौके पर अंचलाधिकारी सुमित कुमार आशीष भी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

