झाझा. थाना क्षेत्र की बाराजोर पंचायत के डिमाडीह गांव निवासी गोविंद पासवान के 10 वर्षीय पुत्र रवि कुमार अपनी सौतेली मां की लगातार डांट फटकार से तंग आकर शनिवार देर संध्या को घर छोड़कर भाग गया. शनिवार देर संध्या को झाझा-जसीडीह मुख्य रेल खंड के रजला हॉल्ट के समीप हरना गांव के आसपास कुछ ग्रामीणों ने उसे रोते-बिलखते देखा. तभी ग्रामीणों ने किशोर को अपने साथ गांव ले आया. घटना की जानकारी ग्रामीणों ने नवयुवक संघ के संयोजक गौरव सिंह राठौड़ को दी. गौरव सिंह राठौड़ ने बालक से पूछताछ की और घटना की सूचना थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह को दी. थानाध्यक्ष श्री सिंह मामले की गंभीरता को देखते हुए बालक के परिजन को फोन किया. बालक रवि कुमार ने बताया कि हमारे पिताजी बेंगलुरु में रहकर मजदूरी करते हैं. मेरी सौतेली मां लगातार मुझे डांट- फटकार, मारपीट करती है. अब मैं मां के साथ नहीं रहना चाहता हूं. मैं अपने नाना-नानी के पास सूर्यगढ़ा में रहना चाहता हूं. पुलिस पदाधिकारी अर्चना कुमारी परिजनों को बुलाकर बांड भरकर फिलहाल बालक को परिजन को सुपुर्द कर दिया. उधर, बालक के पिता गोविंद पासवान ने बेंगलुरु से दूरभाष पर बताया कि फिलहाल में बेंगलुरु में हूं. यदि रवि मेरी पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता है तो मैं जब गांव आऊंगा तो उसे उसके नाना-नानी के पास पहुंचा देंगे.
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