जमुई. सिकंदरा नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी की मनमानीपूर्ण कार्यशैली के खिलाफ सात वार्ड पार्षदों ने सामूहिक रूप से बुधवार को डीएम अभिलाषा शर्मा को इस्तीफा सौंप दिया है. इसके साथ ही पार्षदों ने आरोप लगाया कि कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी की मनमानी पूर्ण रवैया के चलते सिकंदरा नगर पंचायत के सभी वार्डों में विकास कार्य ठप हो चुका है. कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी का जनहित से जुड़े कार्यों एवं विकास कार्यों में भी कोई रुचि नहीं है. जिसके कारण अब तक नगर में कबीर अंत्येष्टि योजना, साफ सफाई, जल जीवन हरियाली समेत कार्य का प्रारंभ नहीं हो पाया है. कार्यपालक पदाधिकारी के लापरवाह रवैये के कारण पीएम आवास योजना से संबंधित कार्य भी ससमय नहीं हो पा रहा है, जिसका खामियाजा क्षेत्र की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. कार्यपालक पदाधिकारी के तौर पर अनीशा कुमारी के योगदान देने के उपरांत से ही क्षेत्र में विकास का कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़ चुका है. पूरे वित्तीय वर्ष में एक भी योजना का कार्यादेश निर्गत नहीं किया गया है. एक माह की प्रशिक्षण अवधि के दौरान कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा कार्यालय की कई संचिकाओं को भी गायब कर दिया गया था, जिसका खुलासा तब हुआ जब जमुई नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डॉ. प्रियंका गुप्ता ने सिकंदरा नगर पंचायत का कार्यभार संभाला. वार्ड पार्षदों की शिकायत के बाद डीएम ने कार्यपालक पदाधिकारी अनिशा कुमारी को अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में बुलाकर स्पष्ट रूप से प्रक्रिया के तहत बैठक के पूर्व सभी वार्ड पार्षदों को बजट की कॉपी उपलब्ध कराते हुए बजट की बैठक बुलाने का निर्देश दिया, साथ ही पिछले एक वर्ष से सभी वार्डों में बंद पड़े कार्यों को में तेजी लाने का भी निर्देश दिए. इसके अलावा डीएम ने बोर्ड की बैठक में सभी वार्डों से प्रस्ताव लेकर निविदा निकालने का निर्देश दिया. मौके पर वार्ड पार्षद अनीता देवी, राजेश कुमार मिश्रा, सीता देवी, अनिता देवी, निशा देवी, तारा देवी, रेखा देवी मौजूद थी.
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