जमुई. पर्वतारोहण के क्षेत्र में बिहार का नाम रोशन करने वाली जिले की साहसी बेटी अनीशा दुबे को उनके अदम्य साहसिक कार्य के लिए “उत्कृष्ट साहस सम्मान ” से नालंदा में सम्मानित किया गया. महाबोधि महाविद्यालय नालंदा के द्वारा महाविद्यालय के प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सम्मान समारोह उन्हें प्रमाण पत्र, स्मृति चिह्न एवं अंग वस्त्र देकर विधान परिषद सदस्य एवं सत्तारूढ़ दल की सचेतक वीणा यादव ने उसे सम्मानित किया. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के संदर्भ में अपने वक्तव्य में अनीशा दुबे ने कहा कि मुझे पर्वतारोही बनाने एवं मुझमें साहस भरने का काम मेरी मां ने किया है. मैं अपनी मां में नारी शक्ति की झलक देखती हूं. बताते चलें कि पिछले कुछ वर्षों में अनीशा दुबे ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में कई कीर्तिमान स्थापित किये हैं. अनीशा ने अपना पहला पर्वतारोहण माउंट पतलसू , हिमालय प्रदेश में 2021 में किया था, जिसकी ऊंचाई लगभग 14000 फीट है. उन्होंने दूसरी चढ़ाई माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप में की जो नेपाल में स्थित है. इस पहाड़ की ऊंचाई 17,598 फीट है. जिसकी चढ़ाई उन्होंने 2022 में किया. तीसरा बार पर्वत माउंट डजो जोंगो, लद्दाख में में उन्होंने पर्वतारोहण किया उसकी ऊंचाई 20,500 फीट है यह कैंप उन्होंने 2023 में किया. इस तरह उन्होंने छोटी उम्र के बावजूद भी अपना साहस लगातार बनाये रखा. उनको मिले सम्मान से उनके गांव बिहारी के ग्रामवासियों एवं जिले के खेल प्रशंसकों ने बधाई दी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है