गिद्धौर. भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय की ओर से प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान युवाओं को कौशल परक शिक्षा से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बना नये भारत की संकल्पना को साकार करने का हर संभव प्रयास कर रही है. उपरोक्त बातें समाजिक क्षेत्र में कार्य करने पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित समाज सेविका मुक्ति रानी ने कही. उन्होंने गिद्धौर के सीमान्तर्गत घुघुलडीह बाजार स्थित एक निजी भवन में संचालित जन शिक्षण संस्थान के 2024 सत्र के उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं के बीच गुरुवार को उनके दक्षता प्रमाण पत्र वितरण के मौके पर कार्यक्रम में भाग ले रहे छात्राओं को ये बात कही. इस मौके पर समाज सेविका मुक्ति रानी ने बताया कि मेहनत और लगन के बल पर हासिल किए गए कौशल को अपनी सफलता का आधार बना अपना भविष्य सवारें समारोह का संचालन कर रहे असिस्टेंट प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर विकास रंजन, ट्रेनर अजय केशरी ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रशिक्षुओं को नामांकन उपरांत 120 दिनों के सफलतापूर्वक कंप्यूटर ट्रेनिंग दी गयी थी. जिसकी परीक्षा ली गयी. परीक्षा में उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं के बीच प्रमाण पत्र का वितरण जन शिक्षण संस्थान निदेशक अंशुमान के निर्देश पर किया गया. इस मौके पर दर्जनों प्रशिक्षु छात्रा मौजूद थी.
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