सिमुलतला. थाना क्षेत्र के असाहना गांव में सरकारी जमीन व सर्वे के रास्ते पर वर्षों पूर्व बने मकान पर बिहार लोक भूमि अतिक्रमण अधिनियम, 1956 के तहत की गयी बुलडोजर कार्रवाई निंदनीय है. उक्त बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री सह राजद नेता जयप्रकाश नारायण यादव ने शनिवार को पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कहा. उन्होंने कहा कि कानून कहीं भी यह नहीं कहता कि शीतलहर और कड़ाके की ठंड में जब जान पर बन आती हो, उस समय लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया जाये. उन्होंने इस कार्रवाई को अमानवीय बताते हुए कहा कि बिहार में लगातार अपराध बढ़ रहा है और अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. अपराधियों के मन से कानून का भय समाप्त हो गया है. प्रशासन के इस तरह की कार्रवाई से आमलोग भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. असहना गांव निवासी पीड़ित मनोज गुप्ता, कारू गुप्ता ने बताया कि मेरे पूर्वज वर्ष 1912 से इस जमीन पर मकान बनाकर रह रहे हैं. पुराने नक्शे में सर्वे का कोई रास्ता अंकित नहीं है, जबकि नए नक्शे में उनके घर के बीच से एक रेखा खींचकर सरकारी रास्ता दिखाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि मेरे पास पूर्वजों के नाम से केवाला मौजूद है. सभी संबंधित कागजात अंचल कार्यालय को दिया गया इसके बावजूद मेरी बात नहीं सुनी जा रही है और भीषण ठंड में हमारे घरों को तोड़ा जा रहा है. इस दौरान मुंगेर-जमुई सेंट्रल बैंक के कार्यकारी अध्यक्ष सह राजद नेता श्रीकांत यादव, रामसेवन यादव, विकास यादव सहित दर्जनों राजद कार्यकर्ता मौजूद थे.
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