बरहट . महापर्व छठ को लेकर जहां प्रशासन और जनप्रतिनिधि श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित करने की बातें करते हैं, वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही है. बरहट प्रखंड के जावातरी गांव स्थित आंजन नदी छठ घाट पर रविवार को युवाओं ने जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए स्वयं श्रमदान कर घाट की सफाई और रास्ते की मरम्मत की. सफाई अभियान में जुटे स्थानीय युवा बीरेंद्र कुमार, संतोष कुमार, राहुल कुमार, मंजीत कुमार, रूपेश कुमार सहित अन्य ने बताया कि इसे लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कई बार ध्यान आकृष्ट कराया गया. उनके द्वारा पहल नहीं करते देख आखिरकार हमलोगों ने खुद आगे आकर रविवार को सफाई अभियान चलाया. युवाओं ने बताया कि महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हो चुका है और यह पर्व शुद्धता, श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है. ऐसे में घाट की सफाई का विशेष महत्व है. उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने खुद सफाई नहीं की होती तो श्रद्धालुओं को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता. साथ ही बताया कि इस आंजन नदी घाट पर आसपास के कई गांवों के सैकड़ों श्रद्धालु प्रतिवर्ष अर्घ देने पहुंचते हैं.
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