जमुई. बिहार दिवस के शुभ अवसर पर जीविका की नवाचार पहल के तहत दीदी की लाइब्रेरी (सामुदायिक पुस्तकालय सह करियर विकास केंद्र) में साप्ताहिक वेबिनार श्रृंखला का शुभारंभ किया गया. इस दौरान जिले के सिकंदरा एवं बरहट प्रखंड में संचालित दीदी की लाइब्रेरी से 40-50 छात्र-छात्राएं वेबिनार से जुड़े. पहले वेबिनार के प्रमुख वक्ता पूर्व ग्रामीण विकास सचिव एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अमरजीत सिन्हा (भाप्रसे, सेवानिवृत्त) रहे. उन्होंने 21वीं सदी में ग्रामीण युवाओं के लिए शिक्षा, कौशल एवं उद्यमिता के अवसर: मनपसंद करियर और सफलता की राह विषय पर अपने विचार साझा किये. बताया कि कैसे सही मार्गदर्शन और संसाधनों के उपयोग से ग्रामीण युवा आत्मनिर्भर बन सकते हैं. इस वेबिनार का सीधा प्रसारण यूट्यूब के माध्यम से किया गया. वेबिनार के माध्यम से जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा ने बताया कि 57.2 फीसदी आबादी के साथ बिहार देश का सबसे युवा राज्य है. दीदी की लाइब्रेरी में प्रत्येक सप्ताह प्रतिष्ठित विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा, जिससे ग्रामीण युवाओं को शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी.
पहल का उद्देश्य मनपसंद करियर एवं सफलता की राह दिखाना
जीविका जिला संचार प्रबंधक सुनीता कुमारी ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता के माध्यम से मनपसंद करियर एवं सफलता की राह दिखाना है. इस दिशा में जीविका द्वारा 32 ज़िले अंतर्गत 100 प्रखंडों में दीदी की लाइब्रेरी का संचालित है. इसका स्वामित्व, रखरखाव, संचालन एवं प्रबंधन संबंधित संकुल स्तरीय संघ (सीएलएफ) के द्वारा चयनित विद्या-दीदी द्वारा जीविका दीदियों के सहयोग से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह पहल ग्रामीण युवाओं, विशेषकर लड़कियों और प्रथम पीढ़ी के शिक्षार्थियों को शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता के अवसरों से जोड़ने का कार्य कर रही है.
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