सोनो : मोहनाडीह के इस जगह पर विद्युत तार के कारण यह कोई पहली घटना नहीं हुई है. जिप प्रतिनिधि शिबातुल्लाह बताते है कि डेढ़ माह पूर्व इसी जगह पर 11 हजार क्षमता वाले इस हाई टेंशन तार के टूट कर गिरने से मोहनाडीह गांव के एक किसान की तीन बकरियां मौके पर ही काल के गाल में समा गई थी. उस समय भी ग्रामीणों ने विभागीय लोगों का ध्यान बांस के सहारे खिंचे गए इस हाई टेंशन विद्युत तार की ओर दिलाया था साथ ही अविलंब बांस की जगह बिजली के लोहे का खम्भा लगाने आग्रह किया था.
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डेढ़ माह पहले इसी जगह पर करेंट लगने से तीन बकरियों की हुई थी मौत
सोनो : मोहनाडीह के इस जगह पर विद्युत तार के कारण यह कोई पहली घटना नहीं हुई है. जिप प्रतिनिधि शिबातुल्लाह बताते है कि डेढ़ माह पूर्व इसी जगह पर 11 हजार क्षमता वाले इस हाई टेंशन तार के टूट कर गिरने से मोहनाडीह गांव के एक किसान की तीन बकरियां मौके पर ही काल […]
परंतु विभाग पूरी तरह उदासीन रहा परिणामतः डेढ़ माह बाद ही इस लापरवाही की कीमत एक ग्रामीण को अपनी जान गंवा कर देना पड़ा. आश्चर्य इस बात का है कि 11 हजार क्षमता वाले इस तार को सपोर्ट के लिए जहां बांस का खम्भा लगाया गया था वहीं पगडंडीनुमा एक रास्ता भी है जिससे दर्जनों ग्रामीण प्रतिदिन आवाजाही भी करते है.
इतना के बावजूद विभागीय कर्मियों ने लापरवाही दिखाते हुए लटकते हाई टेंशन विद्युत तार के सहारा के लिए बांस का इस्तेमाल किया. शिब्बतुल्लाह का मानना है कि 11 हजार क्षमता वाले इस हाई टेंशन तार के लिए जो लोहे का खम्भा लगाया गया है उसकी दूरी तय मानक के अनुरूप न होकर अधिक अधिक दूरी पर दी गयी है जिस कारण बीच में तार लूज होकर झुक जाता है. विदित हो कि कुछ वर्ष पूर्व चंद्रा गांव में भी टूटे विद्युत तार की चपेट में आने से छह मासूम बच्चों की मौत हो गयी थी.
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