कड़क ठंड. तीन गुना तेज बही सर्द हवा, सामान्य से चार डिग्री गिरा पारा
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जानलेवा शीतलहर से ठिठुरा शहर
कड़क ठंड. तीन गुना तेज बही सर्द हवा, सामान्य से चार डिग्री गिरा पारा बुधवार रहा सबसे ठंडा दिन अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस पर सिमटा जमुई : बीते एक सप्ताह से शहर सहित पूरे जिले के लोग सर्दी से बेचैन है. बुधवार को सामान्य से तीन गुना बही तेज सर्द हवाओं ने शहर को […]
बुधवार रहा सबसे ठंडा दिन
अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस पर सिमटा
जमुई : बीते एक सप्ताह से शहर सहित पूरे जिले के लोग सर्दी से बेचैन है. बुधवार को सामान्य से तीन गुना बही तेज सर्द हवाओं ने शहर को कंपा दिया. दिन में निकली हल्की धूप भी बेअसर साबित हुई. वह बुधवार को फिर एक बार अधिकतम तापमान में भारी गिरावट आयी. बुधवार को जिले में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी कम दर्ज किया गया. जमुई में अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस कम है. वही बुधवार को स्थिति कोल्ड डे से बढ़कर सीवियर कोल्ड डे के रूप में दर्ज किया गया. इसके अलावा न्यूनतम तापमान भी 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इसके साथ ही जिले में अधिकतम 14 किलोमीटर प्रति घंटा तथा औसतन 12 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर-पछुआ हवाएं चली. इसी कारण दोपहर में भी लोगों ने काफी तेज ठंडक का अनुभव किया. सामान्य तौर पर इन दिनों हवाएं 3 से 4 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बहा करती हैं.
ट्रैफिक पर पड़ रहा असर
ठंड के कारण प्रतिदिन सुबह लगने वाले कोहरे से शहर की ट्रैफिक पर बुरा असर पड़ रहा है. दिन की शुरुआत कोहरे के साथ होने के बाद दृश्यता घटकर 15 मीटर तक पहुंच जा रही है. जिस कारण वाहन चालकों को सुबह घर से बाहर निकलना असंभव सा लग रहा है. वहीं दोपहर होते-होते जब कोहरे की धुंध समाप्त हो जा रही है तब एक साथ जिले भर के लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं. जिस कारण शहर में अचानक लोगों की भीड़ लगने से जाम की स्थिति आम हो गयी है.
प्रशासन की ओर से ठंड से बचाव को ले नहीं की गयी अलाव की पर्याप्त व्यवस्था
बीते कई दिनों से ठंड का प्रभाव काफी बढ़ गया है. सुबह और शाम को तो ठंड से लोगों को जीना मुहाल हो रहा है. शहर में बाहर से आने वाले और दैनिक मजदूरी करने वाले के लिए मुश्किलें बढ़ गयी है. वहीं प्रशासन की ओर से जिला मुख्यालय सहित प्रखंड स्तर भी चौक-चौराहा पर पर्याप्त अलाव की व्यवस्था नहीं किया गया है. प्राशसन की उदासीनता से लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
ठंड को ले सामाजिक संगठन भी उदासीन
भीषण ठंड से आम जनजीवन त्राहिमाम कर रही है. लेकिन इसे लेकर सामर्थ्यवान और स्वयंसेवी संस्था भी उदासीन बने हुए हैं. सामाजिक सेवा के नाम पर ढोल पीटने वाले स्वयंसेवी संस्था के द्वारा भीषण ठंड में भी सक्रियता नहीं दिखाने पर सवाल उठाते हुए प्रबुद्ध लोग सवाल उठाने लगे हैं.
क्या है कोल्ड डे, सीवियर कोल्ड डे कोल्ड वेब व सीवियर कोल्ड वेब
कोल्ड डे: जब अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अंतर 10 डिग्री हो तथा न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे हो. इसके अलावे जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे हो, वह कोल्ड डे कहा जाता है.
सीवियर कोल्ड डे: कोल्ड डे के सभी मापदंड पूरा हो जाने के बाद जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस कम हो जाए.
कोल्ड वेब (शीत लहर): जब न्यूनतम तापमान लगातार दो दिनों तक 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहे. तब उस स्थिति को कोल्ड वेब या शीतलहर कहा जाता है.
सीवियर कोल्ड वेब (भारी शीतलहर): जब न्यूनतम तापमान लगातार दो दिनों तक 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहे. तब उस स्थिति को सीवियर कोल्ड वेब या भीषण शीतलहर कहा जाता है.
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