हाजीपुर. मौसम का रुख बदलते हीलोगों को ठंड की आहट मिलने लगी है. बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मोंथा के प्रभाव के बाद गुरुवार की देर शाम झमाझम बारिश शुरू हो गयी. गुरुवार को दिनभर सूर्यदेव बादलों में छिपे रहे. कहीं बूंदाबांदी तो कहीं जोरदार बारिश हुई, जिससे लोगों ने हल्की ठंड महसूस की. बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मोंथा के प्रभाव से वैशाली जिला समेत उत्तर और दक्षिण बिहार तथा सीमांचल के इलाकों में 29 अक्टूबर से एक नवंबर तक भारी बारिश की आशंका जतायी गयी है. मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक गुरुवार को आसपास के जिलों के साथ ही वैशाली जिले में भी भारी बारिश की संभावना थी. शहर में गुरुवार की देर शाम तक बारिश तो नहीं हुई, लेकिन आसमान में छायी घटाएं भारी बारिश की संभावना बता रही हैं. शहर में तो हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन जिले के सराय एवं अन्य क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई. बदले मौसम का असर बाजार पर भी दिखा और शहर की चहल पहल काफी कम रही. दूसरी ओर जिले के विभिन्न मार्गों पर सुबह में देर तक कुहासा रहने के कारण वाहनों के आवागमन में भी परेशानी हुई. महुआ. बंगाल की खाड़ी में बना मोंथा चक्रवात का प्रभाव बिहार के मौसम पर दिखने लगा है. गुरूवार की सुबह से आसमान बादलों से घिरा हुआ रहा. वहीं हल्की बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 2 नवंबर तक कहीं हल्की तो कहीं मध्यम वर्षा हो सकती है. बंगाल की खाड़ी में बना मोंथा चक्रवात का प्रभाव के कारण पूरे दिन में कभी भी धूप नहीं निकल सकी. सुबह से चल रही ठंड़ी हवा और बूंद-बूंद बारिश के कार सर्दी एकाएक बढ़ गई है. सुबह से चल रही ठंडी हवा और बूंदाबांदी के कारण अधिकांश लोग घरों के अंदर रह रहे. बूंदाबूंदी के साथ ही आसमान में बादल छाए रहा.जिस कारण रुक रुककर बूंदाबूंदी बारिश होने के साथ ही शाम में हुई तेज बारिश से तेज बारिश के साथ ही ठंड का प्रकोप शुरू हो गया.ठंड का मौसम आते ही लोगों के बीच उलेन वस्त्रों की मांग बढ़ गई.वही बारिश के कारण बाजार की सड़के कीचड़मय बन गई.जिससे पैदल चलने वाले राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
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