हाजीपुर. कांग्रेस की ओर से गुरुवार को शहर के अस्पताल रोड स्थित एक सभागार में ‘शिक्षा न्याय संवाद’ का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस के युवा नेता मो सद्दाम हुसैन ने की. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद शामिल हुए. इस अवसर पर इरफान सिद्दीकी और इरशाद राइन ने उन्हें गुलदस्ता और शाल भेंट कर स्वागत किया. इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए चंदन कुमार ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने 75 शहरों में शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम आयोजित किया है. इन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पिछड़े और दलितों से मिलने नहीं दिया जा रहा था, जबकि मुख्यमंत्री धार्मिक ताकतों के साथ बैठकर आरएसएस के लोगों को सलामी पेश कर रहे हैं. कार्यक्रम के दौरान शकील अहमद ने अपनी भाषण की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम और कश्मीर में युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित कर की. अपने संबोधन में इन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह विचार है कि जिसकी जितनी भागीदारी है, उसे उतनी ही हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. इन्होंने यह भी बताया कि बिहार में जनगणना का कार्य तब शुरू हुआ था, जब हम कांग्रेस और राजद के गठबंधन में थे और हमारी कोशिशों से यह कार्य हुआ. जो पिछड़े हुए हैं, राहुल गांधी जी उन्हें आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं। मो. सद्दाम हुसैन ने अपने अध्यक्षीय शब्दों में कहा कि आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा को हटा दिया जाए और दलित, पिछड़े और अत्यंत पिछड़े वर्गों को शिक्षा और नौकरी में उनके हिस्से के अनुपात में अवसर दिए जाएं. इन्होंने यह भी मांग करते हुए कहा कि निजी संस्थानों और निजी नौकरियों में भी इन वर्गों के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया जाए. इन्होंने छात्रों का 2.135 करोड़ रुपये का शैक्षिक ऋण माफ करने और बेरोजगारों के लिए रोजगार देने की मांग की. इन्होंने कहा कि 4.63 लाख रिक्त सरकारी नौकरियों पर तुरंत नियुक्तियां की जाएं. इस अवसर पर इरफान सिद्दीकी, इरशाद राईन, मास्टर अजीम अंसारी, अतम ठाकुर, मोहम्मद शैब, मुन्ना भाई, शम्स तबरेज और अन्य लोग उपस्थित थे. इसके अलावा, मैट्रिक और इंटर के छात्रों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया, जिन्हें शकील अहमद ने मेडल पहनाकर सम्मानित किया.
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