हाजीपुर. शहर के प्रमुख मार्गों और चौक-चौराहों पर फिर से अतिक्रमण की समस्या खड़ी हो गयी है. स्थानीय राजेंद्र चौक से गुदरी बाजार रोड, कचहरी रोड, गांधी चौक, हॉस्पिटल रोड, त्रिमूर्ति चौक के बीच अतिक्रमण और जाम के कारण लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो रहा है. जाम और अतिक्रमण की समस्या से निजात के लिए वर्षों पहले प्रशासन की ओर से शहर के रामअशीष चौक से लेकर स्टेशन चौक, गांधी चौक से त्रिमूर्ति चौक तक नो वेंडिंग जोन घोषित किया गया. नो वेंडिंग जोन में ठेला, टेंपू या किसी तरह की दुकान लगाने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया. अतिक्रमणकारियों पर जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी. जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर परिषद की ओर से इस पूरे एरिया में सड़क किनारे मार्किंग कर जगह-जगह साइनेज लगाये गये. गांधी चौक से त्रिमूर्ति चौक और इसके आसपास पार्किंग और स्ट्रीट वेंडरों की दुकानें लगाने के लिए रोड छोड़कर फुटपाथ पर स्थल निर्धारित किया गया, ताकि सड़क अतिक्रमण से मुक्त रहे और आवागमन सुगम हो. पुलिस प्रशासन के सहयोग से नगर परिषद की टीम ने कई बार अभियान चलाकर नो वेंडिंग जोन को अतिक्रमण मुक्त कराया. कड़ाई बरतते हुए अतिक्रमणकारियों पर जुर्माने लगाये गये और सामान भी जब्त किये गये. तब से कुछ दिनों तक सुधार दिखने के बाद स्थिति फिर पहले जैसी हो जाती है. सड़कों और चौक-चौराहों पर अतिक्रमण के कारण लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है.
सड़क पर ऑटो लगाने से आवागमन में परेशानी
शहर के बुद्धमूर्ति चौक के निकट दो टेंपू स्टैंड हैं, लेकिन टेंपू सड़क पर ही लगाये जा रहे हैं. सवारी उतारने से लेकर बिठाने का काम सड़क पर ही होता है. जबकि यहां वाहनों का लगातार दबाव बना रहता है. एक तरफ सड़कों पर वाहनों की कतारें और उस पर से यात्रियों की भीड़. इसी में टेंपू और इ-रिक्शा वाले सड़क पर गाड़ी लगाकर ऐसी स्थिति उत्पन्न कर देते हैं कि स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं और आम नागरिकों का यहां से गुजरना दुश्वार होता है. वहीं, गांधी चौक गोलंबर पर टेंपो वालों और सब्जी विक्रेताओं की मनमानी से लोगों को जाम का सामना करना पड़ रहा है. स्थिति यह है कि यहां से चंद कदमों की दूरी पर स्थित सदर अस्पताल जाने वाले गंभीर मरीजों की गाड़ी और एंबुलेंस भी आसानी से नहीं निकल पाते.लगातार अभियान चलाने की जरूरत
नगर के बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ-कुछ दिनों की कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है. इसके लिए लगातार अभियान चलाने की जरूरत है. पुलिस प्रशासन की टीम हर रोज शहर की मुख्य सड़कों और चौक-चौराहों का मुआयना करे. खाली कराये गये स्थानों पर फिर से अतिक्रमण या काबिज होने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई करे. तभी अतिक्रमणकारियों की आदत में सुधार आयेगी. हालांकि पहले की तुलना में ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता बढ़ी है. वाहन आदि की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के बाद ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी और जवान शहर के चौक-चौराहों पर मुस्तैद दिखते हैं, लेकिन थोड़े समय के लिए. उनके जाते ही स्ट्रीट वेंडर सड़क और चौक-चौराहे पर फिर काबिज हो जाते हैं.कार्रवाई की जायेगी
अतिक्रमण की समस्या को लेकर नगर परिषद गंभीर है. अभी हाल ही में अभियान चलाकर सड़क और चौक-चौराहों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है. नो वेंडिंग जोन में सड़क पर ठेला, टेंपो आदि लगाने पर पाबंदी है. यदि कोई फिर से अतिक्रमण करता है, तो उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाती है.
अभय कुमार निराला, सिटी मैनेजर
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