गया़ शनिवार को गया व्यवहार न्यायालय और शेरघाटी अनुमंडल न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. इसका संचालन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गया, मदन किशोर कौशिक तथा सचिव अरविंद कुमार दास की देखरेख में किया गया. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन किशोर कौशिक ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का यह स्वरूप दोनों पक्षों के लिए विजयकारी और सद्भावना बनाये रखने वाला है. आयोजन को सफल बनाने के लिए कुल 24 बेंच बनायी गयी थीं, जिनमें से दो बेंच शेरघाटी अनुमंडल न्यायालय में कार्यरत रहीं. इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 4,526 मामलों का निष्पादन हुआ, जिससे कुल 17 करोड़ 39 लाख 84 हजार 466 रुपये की राशि वसूली गयी. इसके अंतर्गत बिजली के 1,880 मामलों से छह करोड़ 62 लाख 77 हजार 310 रुपये, क्रिमिनल कंपाउंडेबल के 1,656 मामलों से दो लाख 88 हजार 700 रुपये, मोटर वाहन दुर्घटना के 66 मामलों से छह करोड़ 56 लाख 50 हजार रुपये, बैंक के 904 मामलों से चार करोड़ 15 लाख 67 हजार 856 रुपये, बीएसएनएल के एक मामले में 600 रुपये, चेक बाउंस के 12 मामले व शैक्षणिक के छह मामले. राष्ट्रीय लोक अदालत के संचालन में बेंच नंबर एक में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय राजेश सिंह, एडीजे चतुर्थ संजय कुमार, एडीजे 12 विजय किशोर सिंह, एडीजे 10 सुकून कुमार मांझी, एडीजे 15 राजेश मोहन, एडीजे 13 कुमार कार्तिकेय शाही, एडीजे 17 किरण चतुर्वेदी, एडीजे 14 विपिन लवानिया, एडीजे 19 लाल बहादुर प्रसाद, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रोमी कुमारी सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारी शामिल थे. मामलों के निष्पादन में पैनल अधिवक्ताओं, न्यायालय कर्मियों और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारियों, विकास कुमार, प्रतुल कुमार, हारून रशीद, हादी अकरम, उदय कुमार, दीपक कुमार तथा पैरा लीगल वालंटियर जुल्फिकार अंसारी ने सहयोग प्रदान किया. राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन से त्वरित न्याय वितरण और विवाद समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गयी.
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