भोरे. बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद तस्करों द्वारा शराब की खेप लाने का सिलसिला थम नहीं रहा है. ताजा मामले में, भोरे थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए यूपी से एक कार में छिपाकर लायी जा रही भारी मात्रा में देसी शराब बरामद की है. पुलिस ने मौके से दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, जबकि शराब सिंडिकेट से जुड़े अन्य दो लोगों के नाम भी सामने आये हैं. बताया जाता है कि भोरे थाने के एसआइ नसीम खान के नेतृत्व में पुलिस टीम संध्या गश्ती पर थी. इसी दौरान सिसई बाजार के पास उन्हें मुखबिर से गुप्त सूचना मिली कि यूपी की तरफ से एक सिल्वर कलर की ऑल्टो कार में भारी मात्रा में शराब लेकर तस्कर बिलरुवां के रास्ते गुजरने वाले हैं. सूचना का सत्यापन करते हुए पुलिस टीम ने बिलरुवां स्थित नंदजी भगत के मुर्गी फार्म के पास नाकेबंदी कर दी. कुछ देर बाद भिंगारी बाजार की तरफ से एक ऑल्टो कार आती दिखाई दी. पुलिस ने टॉर्च की रोशनी देकर कार को रुकने का इशारा किया. पुलिस को देखते ही कार सवार दो युवक गाड़ी छोड़कर भागने लगे, जिन्हें पुलिस जवानों ने खदेड़ कर पकड़ लिया. गिरफ्तार युवकों की पहचान वैध जैतपुरा गांव निवासी मोहित पटेल और रुदलपुर गांव निवासी रोशन गोसाई के रूप में की गयी है. ऑल्टो कार की तलाशी लेने पर सीट के नीचे और डिक्की में छिपाकर रखी गयी 25 पेटी देसी शराब बरामद हुई. इसकी कुल मात्रा 225 लीटर है. पूछताछ के दौरान गिरफ्तार तस्करों ने खुलासा किया कि यह शराब जोड़ावरपुर निवासी राकेश गिरि द्वारा लोड करायी गयी थी. इस खेप को सेमरा निवासी जितेन्द्र बिन को सप्लाइ किया जाना था. तस्करों ने बताया कि वे पहले भी कई बार शराब की सप्लाइ कर चुके हैं. पुलिस ने बताया कि कार से संबंधित कागजात भी राकेश गिरि के पास ही हैं. पुलिस ने बरामद शराब और कार को जब्त कर लिया है. इस संबंध में गिरफ्तार दोनों तस्करों समेत शराब आपूर्तिकर्ता राकेश गिरि और रिसीवर जितेंद्र बिन के विरुद्ध बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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