भोरे. विजयीपुर प्रखंड के भरपूरवा पंचायत स्थित बड़ही टोला में एक मार्मिक हादसा हुआ. गांव के रहने वाले नंगु गोंड के पुत्र राकेश गोंड की मौत एक ट्रैक्टर से टकरा जाने के कारण हो गयी. राकेश गोंड की जिंदगी पहले ही संघर्षों से भरी थी. वह बीते दो वर्षों से अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. जेल में रहते हुए उनके दो मासूम बेटियों में एक मात्र चार साल की और दूसरी दो साल की, जिनका पालन-पोषण परिवार के अन्य सदस्य कर रहे थे. उसकी मौत के बाद दो मासूम बच्चियां अनाथ हो गयी. इसकी खबर जैसे ही जन सुराज नेत्री और समाजसेवी प्रीति किन्नर को लगी. उसके बाद उनके द्वारा निर्णय लिया गया. बता दें. हाल ही में राकेश जेल से छूटे थे, लेकिन किस्मत ने उन्हें दोबारा मौका नहीं दिया. ट्रैक्टर से हुई इस दर्दनाक दुर्घटना ने उनके दोनों मासूम बच्चों से पिता की छाया भी छीन ली. जैसे ही यह सूचना समाजसेवी प्रीति किन्नर को मिली, वह तुरंत शोक संतप्त परिवार से मिलने पहुंचीं. वहां उन्होंने बच्चों के भविष्य की चिंता करते हुए उनके लालन-पोषण और पढ़ाई-लिखाई की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेने की घोषणा की. इसके साथ ही परिवार के लोगों को आर्थिक मदद दी. प्रीति किन्नर ने कहा, इन मासूमों का कोई कसूर नहीं है. समाज को इनका साथ देना होगा. मैं हरसंभव कोशिश करूंगी कि ये बच्चियां भी सम्मान और शिक्षा के साथ जी सकें.
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