उचकागांव. उचकागांव प्रखंड के वीरवट बाजार में सरकारी गड्ढे की जमीन पर किये गये अवैध निर्माण को बुधवार को प्रशासन ने पुलिस बल की मौजूदगी में हटवा दिया. वर्षों से गांव के लोग इस गड्ढे का उपयोग जलनिकासी के लिए करते थे, लेकिन एक ग्रामीण द्वारा धीरे-धीरे मिट्टी भरकर वहां गुमटी और ईंट रखकर स्थायी कब्जा जमा लिया गया था. इससे स्थानीय लोगों को जलजमाव और निकासी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा था, जिसके कारण ग्रामीणों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई थी. ग्रामीणों ने इस संबंध में उचकागांव सीओ विकेश कुमार को लिखित शिकायत दी थी. जांच में मामला सही पाया गया. इसके बाद सीओ ने आरोपित को कई बार नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया, लेकिन उसके द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गयी. अंततः प्रशासन ने पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की. इस दौरान थाने के जमादार आशिक रसूल खान, राजस्व कर्मी अनमोल त्रिपाठी, अमीन सुजीत कुमार एवं समरजीत कुमार मौजूद रहे. मजदूरों की सहायता से गुमटी और अन्य निर्माण सामग्री को हटाया गया. कार्रवाई के समय प्रशासन को आरोपित पक्ष के विरोध का सामना भी करना पड़ा. हालांकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और शांतिपूर्ण ढंग से अतिक्रमण हटवाया. जमीन को मुक्त होते देख ग्रामीणों ने खुशी व्यक्त की और प्रशासन के प्रति आभार जताया. उन्होंने कहा कि अब जलनिकासी की समस्या से राहत मिलेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

