गोपालगंज. कलेक्ट्रेट संवर्ग के लिपिकों को सरकार ने उनसे कनीय वेतनमान के राजस्व कर्मचारी के अधीन करने की घोषणा की है. इससे लिपिकों में आक्रोश व्याप्त है. मंगलवार को बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (गोप गुट) के सदस्यों की बैठक कलेक्ट्रेट परिसर में हुई. इसमें सीवान एवं मोतिहारी से आये प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त किये. सरकार की अपमानजनक घोषणा पर नाराजगी व्यक्त की गयी. लिपिकों ने कहा कि लिपिक का वेतनमान कम करके राजस्व कर्मचारी और पंचायत सचिव के बराबर किया गया है. वर्ष 2011 की नियमावली में लिपिक से कम वेतन पर नियुक्त राजस्व कर्मचारी को वर्ष 2014 में विभागीय परीक्षा लेकर राजस्व अधिकारी बनाया गया. वहीं स्नातक योगयताधारी राजस्व कर्मचारियों को बिना परीक्षा के ही राजस्व अधिकारी बना दिया गया. कम वेतनमान पर नियुक्त राजस्व कर्मचारी के अधीन वरीय वेतनमान के लिपिकों को रखने की घाेषणा की गयी है. इतना ही नहीं वर्ष 2025 में राजस्व कर्मचारी एवं पंचात सचिव को लेवल दो ग्रेड पे 1900 के स्थान पर लेवल पांच ग्रेड पे 2800 देने की घोषणा की गयी है. साथ ही राजस्व कर्मचारी की सहायता के लिए एक लिपिक देने की घोषण की गयी है. वहीं पंचायत सचिव एवं राजस्व कर्मचारी का वेतन वर्ष 2020 के पूर्व लिपिक से काफी कम था. वर्ष 2025 में लिपिक का वेतन दोनों पदों से कम कर दिया गया है. इसको लेकर लिपिक संवर्ग आंदोलन एवं हड़ताल की तैयारी में जुट गया है. मौके पर सीवान समाहरणालय से सुनील श्रीवास्तव, रवि प्रकाश, वकील यादव, विनोद कुमार राम, सुनील कुमार, अशोक कुमार, रामनेरश बैठा, रत्नेश कुमार, सिंहासन राम, बृजेश बैठा, आलोक कुमार, इकरामुल हक, मोतहारी से सतेंद्र साह, गोपालगंज से अशोक कुमार पांडेय, अखिलेश्वर कुमार सिंह, सुधाकर प्रसाद, मनोज प्रताप सिंह, अब्दुल मनान अंसारी, अंबुज कुमार श्रीवास्तव, नरेंद्र प्रताप सिंह, आकाश कुमार सिंह, अनंजय भारती, विजय कुमार आदि शामिल थे.
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