फुलवरिया. प्रखंड का सबसे बड़ा एवं व्यस्त व्यावसायिक केंद्र बथुआ बाजार इन दिनों अतिक्रमण की गंभीर समस्या से जूझ रहा है. करीब छह किलोमीटर लंबा यह बाजार प्रतिदिन लाखों रुपये के कारोबार का प्रमुख केंद्र है. थोक और खुदरा खरीदारी के लिए दूर-दराज के लोग यहां पहुंचते हैं. साथ ही यह सड़क उत्तर प्रदेश जाने वाला मुख्य मार्ग होने के कारण गोरखपुर की कई एंबुलेंस भी प्रतिदिन इसी रास्ते से गुजरती हैं. लेकिन सड़क पर दुकानों के अतिक्रमण, अवैध ठेलों और वाहन पार्किंग के कारण बाजार में रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है. मंगलवार को स्थिति और भी भयावह हो गयी. बाजार की दोनों ओर करीब दो किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं. जाम में फंसे राहगीर, महिलाएं, स्कूली बच्चे और व्यापारी घंटों तक बेहाल रहे. इसी दौरान एक एंबुलेंस भी जाम में बुरी तरह फंस गयी. मरीज की हालत नाजुक होने के बावजूद सायरन बजता रह गया, परंतु रास्ता नहीं खुल सका. मरीजों की स्थिति को देखते हुए स्थानीय कुछ जागरूक व्यापारियों ने तत्परता दिखायी और कई वाहनों को किनारे कराते हुए किसी तरह एंबुलेंस को श्रीपुर रोड की ओर निकाला. इसके बाद वह बाइपास मार्ग से गोरखपुर के लिए रवाना हो सकी. इस संबंध में व्यापारियों का कहना है कि नगर निकाय क्षेत्रों में प्रशासन समय-समय पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करता है, पर बथुआ जैसे बड़े और भीड़भाड़ वाले बाजार की उपेक्षा की जाती है. सड़क पर अवैध दुकानों और ठेलों के कारण प्रतिदिन हजारों लोगों को जाम में फंसकर परेशानी झेलनी पड़ती है. बावजूद इसके प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस और प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा है. स्थानीय व्यवसायी सूरज गुप्ता, संदीप गुप्ता, रंजीत गुप्ता, गौतम कुमार, पप्पू कुमार, संजय मिश्रा, अनीश गुप्ता और मिट्ठू आलम ने संयुक्त रूप से कहा कि जिस दिन प्रशासन सड़कों से अतिक्रमण हटायेगा, उसी दिन हम मिठाई बांटकर जश्न मनायेंगे.
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