विजयीपुर. प्रखंड की सरूपाई और चौमुखा पंचायतों में सोमवार को कृषि विभाग की ओर से एक दिवसीय कृषि जन कल्याण चौपाल का आयोजन किया गया. सरूपाई पंचायत के रसूलपुर गांव में अजय मिश्र के बंगले पर आयोजित कार्यक्रम में प्रखंड कृषि समन्वयक अनिल मिश्र ने किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन एवं रबी मौसम की खेती के वैज्ञानिक तरीकों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि फसल अवशेष जलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है, इसलिए इसके बेहतर प्रबंधन पर किसानों को ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि रबी फसल की बोआई के समय दलहन और तिलहन की खेती पर विशेष ध्यान देना चाहिए. गेहूं-धान की लगातार खेती से भूमि एक ही अवस्था में बनी रहती है, जबकि दलहन लगाने से मिट्टी की उर्वराशक्ति बनी रहती है. दलहन फसल कम समय में तैयार होती है और अगली फसल के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है, जिससे खेती चक्रीय रूप से संतुलित रहती है. चौमुखा पंचायत में आयोजित चौपाल में बीटीएम मनीष मणि त्रिपाठी ने किसानों को सरसों, गेहूं, मटर और चना की वैज्ञानिक पद्धति से बुवाई के सरल तरीके बताये. इसके साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, उद्यान विभाग की योजनाओं, पोषक तत्व प्रबंधन तथा आत्मा योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गयी. कार्यक्रम में प्रखंड तकनीकी प्रबंधक मनीष मणि त्रिपाठी, कृषि समन्वयक अनिल मिश्र, किसान सलाहकार राम प्रसाद दूबे उर्फ मंटू दूबे, अभिषेक कुमार सिंह, अनमोल कुमार, अंजलि कुमारी समेत बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे.
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