गोपालगंज. ईद के मौके पर काली पट्टी बांध कर वक्फ बोर्ड बिल का विरोध करने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन मिश्र ने वक्फ बोर्ड का वर्तमान नियम-कानून को काला कानून कहना श्रेयस्कर होगा. इस वर्तमान कानून में जमीन पर कब्जा करने वाले भी वहीं है. बोर्ड भी उनका ही है. जज भी वहीं है. फैसला भी उन्हीं का होता है. वक्फ बोर्ड व ट्रिब्यूनल के फैसले को आप कहीं चैलेंज नहीं कर सकते. जिसकी जमीन पर कब्जा किया जाता, उनका कागज तक नहीं देखा जाता. देश भर में हिंदू व मुसलमानों की जमीन पर वक्फ बोर्ड की ओर से दावा कर दिया जाता था, तो वह जमीन उनकी हो जाती थी. उनकी इस मनमानी का चैलेंज नहीं हो पाता था.
गरीब मुसलमानों को नहीं मिलता फायदा
वक्फ बोर्ड की जमीन को कई जगह अपने निजी फायदे के लिए बेचा भी जाता है. इसका फायदा गरीब मुसलमानों को नहीं मिलता. मनन मिश्र ने कहा कि देश के सर्वोच्च सदन में पेश होने वाला वक्फ बोर्ड संशोधन बिल से ना सिर्फ अवैध कब्जा रुकेगा, बल्कि मुसलमानों को भी सीधा फायदा होगा. इस नये संशोधित बिल से अब कोई प्रोपर्टी पर कब्जा करेगा, तो उसकी सुनवाई हाइकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक होगी, कागजात को देखा जायेगा और इंसाफ मिलेगा. देश में विपक्ष के लोग वोट की राजनीति कर रहे हैं. मुसलमानों को इस कानून से डराने की कोशिश में जुटे हैं. पिछले 65 वर्षों में उनको डराने का ही काम हुआ है. मोदी जी तो देश के मुसलमानों के लिए मोदी ईदी जैसी कल्याणकारी योजना भी लागू की ताकि देश में रहने वाले हर नागरिक को सम्मान व उनका अधिकार मिलता रहे. मौके पर वरीय अधिवक्ता राजेश पाठक, जिला विधिक संघ के उपाध्यक्ष उदय नारायण मिश्र, भाजपा नेता व जिला विधिक संघ के उपाध्यक्ष रवि प्रकाश मणि त्रिपाठी मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है