गोपालगंज. पूर्वोंत्तर रेलवे के छह हॉल्ट स्टेशनों के बंद होने का खतरा मंडरा रहा है. रेलवे की ओर से कामर्शियल अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गयी है.
टिकट की बिक्री नहीं होने से बंद करने का दिया गया आदेश
रेलवे ने इन हॉल्ट स्टेशनों से टिकट की बिक्री के नहीं होने पर बंद करने का आदेश जारी किया है. जिसमें थावे- छपरा रेलखंड का त्रि-विक्रमदेव नगर, कतालपुर, ब्रजकिशोर हॉल्ट, कतालपुर, अल्लेपुर, तथा थावे- गोरखपुर रेलखंड के नरकटिया हॉल्ट का नाम शामिल है. यहां टिकट बिक्री को रेलवे की ओर से आधार बनाया गया है.
सिपाया हॉल्ट की टिकट बिक्री संतोषप्रद
थावे- गोरखपुर रेलखंड पर सिपाया हॉल्ट की टिकट बिक्री संतोषप्रद माना गया है. बाकी हॉल्ट पर प्रतिदिन 10 से 20 टिकट की ही बिक्री होने की बात सामने आयी है. जिसे पूर्वोत्तर रेलवे ने गंभीरता से लेते हुए उसे बंद करते हुए ट्रेनों का स्टॉपेज को भी बंद करने का आदेश दे दिया है. हाॅल्ट के बंद करने से पहले आंतरिक जांच करा रहा है. रेलवे के सूत्रों ने बताया कि वाराणसी रेल मंडल के वाणिज्य प्रबंधक ने पूर्वोत्तर रेलवे के पत्र 04 अगस्त के हवाले से कहा है कि अलाभकारी हाल्ट स्टेशनों की समीक्षा की जानी है. अपने अलाभकारी हाॅल्ट स्टेशनों का संज्ञान लेते हुए विवरण जैसे- यात्री यातायात आकडा, वित्तीय निहितार्थ, सामाजिक-आर्थिक प्रभाव के साथ इस कार्यालय को अविलंब उपलब्ध कराये, जिससे मुख्यालय को अवगत कराया जा सके.
हाॅल्ट के बंद होने से हजारों यात्रियों को होगी परेशानी
पूर्वोत्तर रेलवे इन हॉल्ट को बंद कर देती है तो आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों को ट्रेन की यात्रा मुश्किल में डाल सकता है. यात्रियों को 10 से 12 किमी दूरी तय कर स्टेशनों पर जाना पड़ सकता है. ऐसे में यात्रियों को कठिनाई हो सकता है. सवारी गाड़िया ही इन स्टेशनों पर रुकती है, जिससे प्रतिदिन सैकड़ों यात्रियों को सीधा लाभ गोपालगंज व छपरा आने- जाने में होती है. कोर्ट कचहरी, कॉलेज आने- जाने वाले छात्रों को भी फायदा होता है. रेलवे की तरफ से चल रहे आकलन में टिकट की बिक्री शून्य जैसा है. इससे साफ हो गया है ये हॉल्ट बंद हो सकते हैं. ऐसे में एक बात यह भी तय हो चुका है कि यहां से अधिकतर यात्री बिना टिकट लिये ही सवारी गाड़ियों में सफर करते हैं. अब हॉल्ट बंद होता है तो परेशानी भी उन्हीं को होगी.
रेलवे नुकसान का कर रहा आकलन
वाराणसी रेल मंडल के पीआरओ अशोक कुमार से संपर्क करने पर उनके द्वारा बताया गया कि रेलवे नुकसान होने वाले हॉल्ट का आकलन कर रहा है. आकलन के बाद क्या निर्णय होगा, यह नहीं पता.
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