गोपालगंज. देशभर में कोरोना वायरस के नये वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसी कड़ी में गोपालगंज जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह सतर्क हो गया है. सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि संभावित संक्रमण की रोकथाम और समय पर उपचार के लिए जिले में व्यापक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गयी है.
जिले में अभी कोरोना का कोई पॉजिटिव केस नहीं
डॉ प्रसाद ने जानकारी दी कि फिलहाल जिले में कोरोना का कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला है, लेकिन एहतियात के तौर पर जांच और इलाज की व्यवस्था पहले से ही दुरुस्त की जा रही है. कोरोना जांच के लिए जिले में एक हजार आरटीपीसीआर किट मंगाई गयी हैं, जिनकी जांच सदर अस्पताल में होगी और रिपोर्ट आरटीपीसीआर लैब थावे में की जायेगी.तैयार किया जा रहा 10 बेडों का विशेष कोविड वार्ड
सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 10 बेड का विशेष कोविड वार्ड तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल और थावे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड डेडिकेटेड वार्ड बनाये गये हैं. सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सदर अस्पताल में ऑक्सीजन डेडिकेटेड प्लांट की स्थापना पहले से की गयी है, जिसे एक ऑपरेटर की नियुक्ति कर जल्द चालू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को भी विशेष निर्देश दिये गये हैं. प्रत्येक सीएचसी में दो-दो बेड वाले विशेष वार्ड बनाने के आदेश जारी किये गये हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निबटा जा सके. इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है और संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दवाएं, पीपीइ किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था की जा रही है.कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं : सीएस
डॉ प्रसाद ने बताया कि कोई भी व्यक्ति अगर कोरोना के लक्षण महसूस करता है, जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश आदि, तो वह सदर अस्पताल या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच करवा सकता है. समय रहते जांच और इलाज कराने से गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है. सिविल सर्जन ने लोगों से अपील की है कि कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है.भीड़ वाली जगहों और अस्पतालों में जाने से पहले मास्क पहनें
भीड़-भाड़ वाले अस्पतालों में जाने से पहले मास्क पहनना, हाथ धोते रहना, भीड़भाड़ से बचना और साफ-सफाई बनाये रखना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि विभाग पूरी तरह तैयार है और यदि कोई केस सामने आता है, तो उसे तत्काल आइसोलेट कर इलाज की व्यवस्था की जायेगी. स्वास्थ्य विभाग की यह पहल न केवल संक्रमण की रोकथाम में कारगर साबित होगी, बल्कि लोगों में जागरूकता बढ़ाकर एक बार फिर कोरोना की चुनौती को सफलतापूर्वक मात देने में मदद करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है