गोपालगंज. स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने बायोमेट्रिक अटेंडेंस लागू करने के खिलाफ विरोध जताया है और 27 मार्च से 29 मार्च तक ओपीडी कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. सदर अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं है, जो उन्हें बायोमेट्रिक अटेंडेंस लागू करने का निर्देश दे. बावजूद इसके, जिलाधिकारी द्वारा चिकित्सकों पर इस व्यवस्था को लागू करने का दबाव बनाया जा रहा है, जिसके चलते चिकित्सकों में असंतोष की स्थिति पैदा हो गयी है.
मांग मान लेने पर नहीं होगी हड़ताल
चिकित्सकों का आरोप है कि जिलाधिकारी ने वेतन निकासी पर भी रोक लगा दी है, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गयी है. भारतीय चिकित्सा संघ (आइएमए) और भाषा के डॉक्टरों ने इस मुद्दे को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखित शिकायत दी है और यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो उन्होंने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. गोपालगंज के भाषा के सचिव डॉ कैप्टन एसके झा ने कहा कि बातचीत चल रही है, प्रशासन उनकी मांग को मान लेगा, तो चिकित्सक हड़ताल पर नहीं जायेंगे.
सिविल सर्जन ने डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द की
डॉक्टरों की हड़ताल के अल्टीमेटम को लेकर सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने सभी चिकित्सकों की छुट्टियाें को रद्द कर दिया है. सिविल सर्जन ने कहा कि आनेवाले त्योहार नवरात्रि, ईद और रामनवमी के अलावा कई वीआइपी मूवमेंट को देखते हुए सभी चिकित्सकों की छुट्टियों को रद्द किया गया है.ओपीडी नहीं रहेगा बाधित : सीएस
सिविल सर्जन बीरेंद्र प्रसाद ने डॉक्टरों की हड़ताल के अल्टीमेटम की सूचना मिलने के बाद कहा है कि ओपीडी कार्य बाधित नहीं रहेगा. जिस डॉक्टर को हड़ताल पर जाना है, जायेंगे. जिन्हें मरीजों की सेवा करनी है, वे ड्यूटी करेंगे. उन्होंने कहा कि जिलास्तरीय सभी चिकित्सा पदाधिकारी ओपीडी कार्य को संभालेंगे. ओपीडी सेवा की वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी ताकि मरीजों को असुविधा का सामना न करना पड़े.
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