गोपालगंज. भोजपुरी काफी समृद्ध भाषा है. इसमें अश्लीलता की कहीं जगह नहीं होनी चाहिए. यह हमारी और आपकी जिम्मेदारी है कि इसे ऊंचाइयों पर ले जाएं. ये बातें थावे महोत्सव में आयीं भोजपुरी सिंगर कल्पना पटवारी ने प्रभात खबर से बातचीत में कहीं. उन्होंने कहा कि भोजपुरी हमारी धरोहर है. इसे हमेशा सहेज कर रखना होगा.
पारंपरिक गीतों को गाते हुए अश्लीलता को नकारें कलाकार
एक लंबे अंतराल के बाद भोजपुरी में बेहतर वापसी की बात पर उन्होंने कहा कि उन्होंने वापसी नहीं कि बल्कि उनकी यात्रा अनवरत चलती रही. मरून कलर साड़ियां… गीत ने इन दिनों उन्हें जरूर चर्चा में लाया, लेकिन इस गीत के नीचे भिखारी ठाकुर की अमूल्य रचनाओं को ढांकना नहीं चाहूंगी. उन्होंने कहा कि मैंने भिखारी ठाकुर की रचनाओं को माॅरीशस और फिजी जैसे देश में पहुंचाया और यही प्रयास आगे अभी जारी रहेगा. नये कलाकारों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें भी पारंपरिक गीतों को गाते हुए अश्लीलता को नकारना चाहिए.
लोगों से की स्वच्छता की अपील
कल्पना पटवारी ने कहा कि भोजपुरी को अश्लील मुक्त बनाने के साथ-साथ आम नागरिक होने के नाते स्वच्छता पर भी ध्यान देना चाहिए. थावे मंदिर के पास के एक पोखर का जिक्र करते हुए कहा कि वहां साफ-सफाई की जरूरत है. यह पर्यटन स्थल हमारे लिए धरोहर है और अभियान चला कर साफ-सफाई करें. अपने आसपास भी स्वच्छता रखें.
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