गोपालगंज. बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल संवेदनशील बना हुआ है, ऐसे में सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की भड़काऊ या आपत्तिजनक गतिविधि पर पुलिस की कड़ी नजर है.
जिला पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
गोपालगंज साइबर थाना पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिये सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है. अब तक कुल 22 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिनमें विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े नेता और छात्र नेता भी शामिल हैं. साइबर पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में हम पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह राणा, एआइएमआइएम के प्रदेश सचिव अनस सलाम, छात्र नेता रोहित जायसवाल और हरदिया के सोनू सिंह जैसे लोगों के नाम शामिल हैं.
दो दर्जन से अधिक संदिग्धों को चिह्नित कर साइबर निगरानी में रखा गया
इन पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भड़काऊ, आपत्तिजनक और सांप्रदायिकता फैलाने वाले पोस्ट साझा करने का आरोप है. पुलिस की जांच में पाया गया कि ये पोस्ट न केवल लोगों की भावनाएं आहत करने वाली थीं, बल्कि जिले में शांति और कानून-व्यवस्था के लिए खतरा भी बन सकती थीं. इसके अलावा पुलिस ने उन संदिग्ध लोगों की भी पहचान की है, जो गोपालगंज में दूसरे जिलों से आकर रह रहे हैं और गुपचुप तरीके से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक गतिविधियों में लिप्त हैं. ऐसे दो दर्जन से अधिक संदिग्धों को चिह्नित कर साइबर निगरानी में रखा गया है. इनके सोशल मीडिया अकाउंट, गतिविधियां और नेटवर्क की जांच की जा रही है.
सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी साजिश को नहीं किया जायेगा बर्दाश्त : एसपी
पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने स्पष्ट किया कि जिले में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि संबंधित धाराओं के तहत आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है और सभी को कानून के दायरे में लाकर न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दिलायी जायेगी. उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि सोशल मीडिया पर कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट, अफवाह या भड़काऊ सामग्री देखने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें और अफवाहों से बचें. प्रशासन की इस कार्रवाई का उद्देश्य आगामी चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

