सासामुसा. कुचायकोट प्रखंड स्थित सासामुसा चीनी मिल को चालू कराने और किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसान संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहा अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को नौवें दिन और तेज हो गया. धरना पर बैठे किसानों और मिल कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा कि वे अपनी मांगों से पीछे हटने वाले नहीं हैं. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि वे किसी भी कीमत पर मिल को बंद नहीं होने देंगे, भले ही इसके लिए उन्हें बड़ा संघर्ष ही क्यों न करना पड़े. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चीनी मिल बंद होने से सैकड़ों किसान और कर्मचारी परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच जायेंगे. मिल के संचालन से ही किसानों को गन्ने का उचित मूल्य और मजदूरों को रोजगार मिलता है. बकाया भुगतान लंबित रहने से किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. धरना स्थल पर पहुंचे स्थानीय विधायक ने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया कि हर हाल में सासामुसा चीनी मिल को चालू कराया जायेगा. विधायक ने कहा कि इस संबंध में उनकी मुख्यमंत्री से बातचीत हो चुकी है और सरकार की ओर से मिल संचालन का प्रावधान है. धरने में पूर्व जिला पार्षद सत्येंद्र बैठा, प्रखंड अध्यक्ष मो. तौहीद, सत्येंद्र सिंह, गुड्डू कुशवाहा, सुनील यादव, पूर्व मुखिया पशुपतिनाथ तिवारी, छोटन पांडेय, शैलेश पांडेय, जयप्रकाश प्रसाद, शिवजी कुशवाहा, मुकेश प्रसाद सिंह, आयुष तिवारी, मुरारी साह, मनोज राय, मो. मतीन, हरकेश सिंह सहित कई किसान व कर्मचारी मौजूद रहे.
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