भोरे. प्रखंड में दलित समाज पर लगातार हो रहे अत्याचारों के विरोध में मंगलवार को भाकपा माले के नेताओं ने एक प्रेस काॅन्फ्रेंस की. प्रेस वार्ता में माले नेता जितेंद्र पासवान ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में दलितों के साथ अत्याचार और भेदभाव की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है. उल्टे दबंगों के प्रभाव में आकर दलितों को जेल भेजा जा रहा है. जितेंद्र पासवान ने कहा कि जब दलित पीड़ित थानों में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराते हैं या अधिकारियों से मदद की गुहार लगाते हैं, तो उन्हें अनसुना कर दिया जाता है. उन्होंने विशेष रूप से लामीचौर पंचायत के उपमुखिया बृझन राम के साथ हुई मारपीट और भोपतपुरा गांव में दबंगों द्वारा दलितों को पीटे जाने की घटनाओं का उल्लेख किया. इन मामलों में अभी तक किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उल्टा तीन दलित युवक को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जो न्याय की स्पष्ट अनदेखी है. इतना ही नहीं भोपतपुरा वाले मामले में दलितों के आवेदन पर 11 दिनों तक कोई प्राथमिकी नहीं की गयी. माले नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 48 घंटे के भीतर दलितों पर हमले के आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गयी, तो पार्टी बड़ा जन आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होगी. मौके पर लाल बहादुर सिंह, सुभाष पटेल, धर्मेंद्र चौहान आदि लोग मौजूद थे. प्रेस वार्ता में अन्य माले नेताओं और कार्यकर्ताओं की भी उपस्थिति रही, जिन्होंने एक सुर में प्रशासन की निष्क्रियता पर नाराजगी जतायी और आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है