गोपालगंज. कुचायकोट थाने में जब्त शराब को माफियाओं के हाथों बेचे जाने के हाइप्रोफाइल केस का ट्रायल छह वर्षों के बाद एडीजे चार शैलेंद्र कुमार शर्मा की उत्पाद स्पेशल कोर्ट में शुरू हुआ. कोर्ट में मंगलवार को सेफ कस्टडी से सीडी नहीं उपलब्ध होने के कारण पुलिस इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार राय का बयान कोर्ट में दर्ज नहीं हो सका. सुपौल नगर थाने में तैनात इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार राय कोर्ट से मिली गवाही के बाद पहुंचे थे. स्पेशल पीपी रवि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि अब इस मामले में बुधवार को गवाही होनी है. कांड के आइओ तत्कालीन डीएसपी मुख्यालय संतोष कुमार, विपिन लाल राम, बीडीओ अनंत कुमार, कुचायकोट में बीसीओ रहे आनंद कौशल, एएसचओ कुचायकोट अनिल कुमार सिंह की गवाही होनी है. इस चर्चित कांड पर जिले भर के लोगों की नजर टिकी हुई है. शराब माफिया इस केस को हर हाल में मैनेज करने में जुटे हैं. ध्यान रहे कि तीन अगस्त 2019 की रात में कुचायकोट थाने में जब्त कर रखी गयी शराब को डीसीएम से उतारकर एक पिकअप वैन पर लोड किया जा रहा था. आधी रात को शराब लोड करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जांच के दौरान कुचायकोट थाने के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह, एएसआइ अशोक यादव, चौकीदार मुन्ना सिंह व पुलिस जीप के प्राइवेट ड्राइवर अमित कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. जब शराब बेचने का साक्ष्य जांच टीम को मिला, तभी उनको अरेस्ट कर लिया गया था. इस कांड में सदर एसडीपीओ नरेश पासवान की तहरीर पर कुचायकोट थाना कांड सं. 228/2019 दर्ज कराया गया था. कांड में थानेदार रहे व पटना के रहने वाले रितेश कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह, एएसआई अशोक यादव, चौकीदार मुन्ना सिंह व पुलिस जीप के प्राइवेट ड्राइवर अमित कुमार के अलावा शराब माफिया उचकागांव थाना क्षेत्र के शामपुर गांव के बबलू सिंह, कैथवलिया गांव के सोनू सिंह, विशंभरपुर थाना क्षेत्र के आशिष सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था.
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