फुलवरिया. हथुआ विधानसभा क्षेत्र के फुलवरिया प्रखंड की बथुआ बाजार पंचायत के रामपुर गांव के ग्रामीणों ने सड़क की बदहाली से तंग आकर अनोखे अंदाज में अपना आक्रोश जताया है. आगामी विधानसभा चुनाव में अभी छह महीने का समय बाकी है, लेकिन ग्रामीणों ने पहले ही गांव के मुख्य द्वार पर एक बड़ा बैनर टांग दिया है. इस पर साफ लिखा है “रोड नहीं तो वोट नहीं” यह बैनर गांव में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को साफ संदेश देता है कि अब ग्रामीण बिना सड़क के किसी भी नेता को वोट नहीं देंगे. रामपुर गांव से होकर श्यामपुर बाजार की ओर जाने वाली सड़क जिला मुख्यालय से जुड़ती है, लेकिन वर्षों से उपेक्षित यह सड़क अब चलने लायक नहीं बची है. सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे, टूटी पुलिया और कीचड़ भरे रास्ते किसी भी वाहन के लिए खतरनाक बन चुके हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अब तो दोपहिया वाहन से भी इस सड़क पर चलना जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है. गांव के दर्जनों लोगों ने बताया कि वे लगातार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से सड़क की मरम्मत की मांग करते आ रहे हैं. लेकिन न तो कोई निरीक्षण करने आया और न ही अब तक कोई कार्य शुरू हुआ. थक-हारकर ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि जब तक सड़क नहीं बनेगी. वे किसी भी राजनेता को वोट नहीं देंगे. यही कारण है कि गांव के प्रवेश द्वार पर बैनर टांगकर वे चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दे रहे हैं. एक ग्रामीण ने कहा, हमने हर दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी. अब अगर सरकार और नेता वोट चाहते हैं, तो पहले हमें सड़क देनी होगी. ” वहीं महिलाओं ने भी कहा कि बारिश में बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो जाता है. गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाना जोखिम भरा हो गया है. इस चेतावनी से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गयी है. चुनावी मौसम में जहां हर दल मतदाताओं को रिझाने की तैयारी में लगा है. वहीं रामपुर गांव के लोगों का यह कड़ा रुख जनप्रतिनिधियों के लिए बड़ा संदेश बन सकता है.
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