गोपालगंज : बिहारकेगोपालगंज मेंवर्दी एक बार फिर दागदार हुई है. जिले के कुचायकोट थाने में तैनात एक आशिक मिजाज दारोगा ने पुलिसमहकमेही नहीं समाज को भी शर्मसारकरदिया है. दारोगा को एक महिला के घर रंगरेलियां मनाते हुए रंगे हाथ सिरिसिया के ग्रामीणों ने पकड़ा,फिर जमकर पिटाई की. ग्रामीण इस पूरे मामले को लेकर पंचायत में पहुंचे. अाधी रात में पंचायत बैठी. जिसके बाद भरी पंचायत के समक्ष दारोगा ने अपनी गलती कबूल की और माफी मांगी. जिसके बाद पंचायत ने दारोगा को हलका के चौकीदार के हवाले किया.उधर, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने संदिग्ध स्थिति में पकड़े गये दारोगा प्रद्युम्न सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
यह पूरा मामला कुचायकोट थाना क्षेत्र के सिरिसिया गांव का है, जहां कुचायकोट थाने में तैनात आरोपित दारोगा प्रद्युम्न सिंह महिला के घर एक साल पहले से आते-जाते थे. गुरुवार की रात 10 बजे अपनी बाइक से दारोगा महिला के घर पहुंचे, जिसे गांव के कुछ लोगों ने देख लिया. शक होने पर दो दर्जन से अधिक ग्रामीण महिला के घर पहुंच गये. जहां वरदी में पहुंचे दारोगाजी लुंगी और गंजी में संदिग्ध स्थिति में दिखे. बाहर से घर के दरवाजे को ग्रामीणों ने बंद कर दिया और चारों तरफ से घेर लिया.
बाद में दारोगा को कुछ लोगों ने दरवाजा खोल कर निकाला. गांव के युवकों ने दारोगा की आशिकी का भूत पिटाई कर निकाल दिया. उसके बाद उन्हें आरोपित दारोगा को पंचायत के समक्ष पेश किया गया. पंचायत की कार्रवाई के बाद चौकीदार आरोपित दारोगा को थाने ले गया. उधर, महिला के परिजनों ने कहा कि एक केस के सिलसिले में अक्सर दारोगा घर आते हैं. संदिग्ध स्थिति पर परिजनों की बोलती बंद हो गयी. वहीं, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे मामलेमेंजांचके आदेशदेदिये है. विभागीय स्तर पर कार्रवाई शुरू की गयी है. फिलहाल दारोगा को निलंबित कर दिया गया है.