आंदोलन. मूल्यांकन केंद्रों पर योगदान कर गायब हैं 105 से अधिक परीक्षक, प्रशासन के तमाम प्रयास पर भारी पड़ा शिक्षक संघ
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दो शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद कॉपियों की जांच बंद
आंदोलन. मूल्यांकन केंद्रों पर योगदान कर गायब हैं 105 से अधिक परीक्षक, प्रशासन के तमाम प्रयास पर भारी पड़ा शिक्षक संघ मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों का आंदोलन और तेज हो गया है. दो शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद संघ ने कड़ा फैसला लेते हुए मूल्यांकन कार्य को ठप करा दिया है. कई परीक्षकों के चेहरे […]
मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों का आंदोलन और तेज हो गया है. दो शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद संघ ने कड़ा फैसला लेते हुए मूल्यांकन कार्य को ठप करा दिया है. कई परीक्षकों के चेहरे पर मोबिल और स्याही फेंके जाने की खबर है.
गोपालगंज : शिक्षकों का आंदोलन अब तेज हो गया है. मैट्रिक के तीन मूल्यांकन केंद्रों पर 221 शिक्षकों ने कॉपियों की जांच के लिए योगदान किया था. इसके बाद 105 शिक्षक गायब हो गये हैं. शेष शिक्षक मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंच तो रहे हैं, लेकिन कॉपियों की जांच नहीं कर रहे हैं. सोमवार को कई केंद्रों पर शिक्षक साथियों ने परीक्षकों पर मोबिल और स्याही फेंका. इसके कारण कॉपियों की जांच नहीं हो पायी है. इधर, रविवार को हुई दो शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को आंदोलनकारी शिक्षकों में आक्रोश देखा गया. शिक्षकों ने कॉपियों की जांच किसी भी हाल में नहीं होने देने की चेतावनी दी है.
शहर में किया प्रदर्शन और मार्च
वित्तरहित संयुक्त शिक्षक मोरचा एवं बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को 27वें दिन भी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करते हुए शिक्षकों की गिरफ्तारी के खिलाफ शहर में विरोध मार्च निकला. इस दौरान शिक्षकों ने जिला प्रशासन की दंडात्मक नीति के खिलाफ नारेबाजी की. शिक्षकों ने कहा कि प्रशासन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए हमारे दो शिक्षक साथियों को जेल भेज दिया, जबकि दोनों शिक्षकों के द्वारा पूर्व में ही हथुआ कॉलेज के प्रो राजेश्वर बैठा व अन्य के खिलाफ नगर थाने में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया गया था. उनको गिरफ्तार नहीं कर उन्हें घूमने की छूट दी गयी और निर्दोष
शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया. इसका नेतृत्व प्रो अक्षय कुमार सिंह, प्रो मंकेशर सिंह, प्रो तपनारायण लाल गुप्त, प्रो भैरवी सिंह, प्रो मोहन जी राय, प्रो भरत राव, प्रो जुल्फेकार अली, प्रो पीके उपाध्यक्ष, प्रो विनोद सिंह, प्रो मो सम्मीउल्लाह, प्रो मो मुस्तफा, प्रो अब्दुल कादिर आदि शिक्षक कर रहे थे.
माध्यमिक शिक्षक संघ का सत्याग्रह आंदोलन जारी : माध्यमिक शिक्षक संघ का शिक्षा सत्याग्रह आंदोलन जारी रहा. मूल्यांकन केंद्रों से 200 मीटर बाहर रह कर सत्याग्रह के जरिये मूल्यांकन कार्यों का बहिष्कार कर आंदोलन पर डटे रहे. शिक्षकों से अपील की गयी कि मूल्यांकन कार्य में असहयोग जारी रखते हुए अधिक-से-अधिक सत्याग्रह में शामिल हों. शिक्षा सत्याग्रह में जिलाध्यक्ष कैलाश राय, उमेशचंद्र द्विवेदी, रमेश सिंह, अरुण कुमार पांडेय, डॉ रमण कुमार, शिवेंद्र कुमार, कमलेश भक्त, अनिल कुमार, शंभु शर्मा, सुरेश राय, विनोद कुमार, विनय कुमार पाठक, रिजवानुल्लाह, जितेंद्र मिश्र आदि शामिल थे.
मूल्यांकन केंद्रों पर जारी रहा धरना : कमला राय कॉलेज तथा महेंद्र महिला कॉलेज को इंटर का मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है. यहां अपनी मांग को लेकर शिक्षक संघ के लोग पिछले 27 दिनों से धरना पर बैठे हुए हैं. वे धरना के माध्यम से सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं. शिक्षकों के धरना, प्रदर्शन और आंदोलन के कारण मैट्रिक और इंटर की कॉपियों की जांच नहीं हो रही है.
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