कार्रवाई. अपराधियों की तलाश में तीसरे दिन कई ठिकानों पर छापेमारी
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कांट्रैक्ट किलरों ने कारोबारी को मारी थी गोली
कार्रवाई. अपराधियों की तलाश में तीसरे दिन कई ठिकानों पर छापेमारी फर्नीचर कारोबारी मुमताज अंसारी हत्याकांड में पुलिस के हाथ तीसरे दिन भी खाली रहे. शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुपुर्द-ए-खाक किया गया. पंचदेवरी : फर्नीचर कारोबारी मुमताज अंसारी हत्याकांड में पुलिस के हाथ तीसरे दिन भी खाली रहे. इस हत्याकांड में पुलिस को […]
फर्नीचर कारोबारी मुमताज अंसारी हत्याकांड में पुलिस के हाथ तीसरे दिन भी खाली रहे. शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
पंचदेवरी : फर्नीचर कारोबारी मुमताज अंसारी हत्याकांड में पुलिस के हाथ तीसरे दिन भी खाली रहे. इस हत्याकांड में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. वारदात के बाद शुरू हुई जांच के पहले बिंदु पर गौर करें, तो कांट्रैक्ट किलरों पर वारदात को अंजाम देने का शक है. क्योंकि, जिस तरह से रात में सटीक निशाने के साथ कारोबारी को गोली मारी गयी थी, वह कांट्रैक्ट किलर ही अंजाम दे सकते हैं. यूपी से कांट्रैक्ट पर बुला कर भी घटना को अंजाम दिलाया जा सकता है.
इसके पीछे कौन है वहां तक पहुंचने की कोशिश में पुलिस है. दूसरा बिंदु कारोबार से जुड़ा हो सकता है. फर्नीचर के अलावा, मुरगी पालन, अंडा उत्पादन का कारोबार था. हालांकि परिजनों ने कारोबार से जुड़े या समाज में किसी से कोई दुश्मनी नहीं होने की बात बतायी है. वारदात की जांच कर रही पुलिस अधिकारियों की टीम भी मीडिया को कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. हालांकि थानाध्यक्ष धनंजय कुमार शीघ्र अपराधियों तक पहुंचने का दावा कर रहे हैं. पुलिस की टीम ने आधा दर्जन संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन पुलिस को कुछ हाथ नहीं लग सका. इस घटना को लेकर पुलिस भी काफी उलझन में है. परिजन न तो किसी पर आरोप लगा रहे हैं और न ही किसी से कोई विवाद होने की बात कह रहे हैं. ऐसे में घटना के कारणों का खुलासा करना एवं अपराधियों तक पहुंचना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है.
भतीजे ने दर्ज करायी प्राथमिकी
पंचदेवरी. पंचदेवरी के नेहरुआ निवासी फर्नीचर कारोबारी के हत्या मामले में वारदात के तीसरे दिन परिजनों ने कटेया थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. पुलिस ने मृतक के भतीजे अफरोज अंसारी के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर हर बिंदु को खंगाला जा रहा है. हत्याकांड का परदाफाश शीघ्र होगा.
सुपुर्द-ए-खाक में पहुंचे राजनीतिक दलों के नेता, सांसद व पूर्व विधायक हुए शामिल
मोबाइल खोल सकता है राज
फर्नीचर कारोबारी का मोबाइल हत्या का राज खोल सकता है. पुलिस कॉल डिटेल के जरिये हत्यारों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. घटना के दिन किन-किन लोगों से बात हुई, पुलिस उनसे पूछताछ की तैयारी कर रही है. हत्या में कोई सफेदपोश करीबी भी शामिल हो सकता है.
भाइयों के आने पर उठा जनाजा
मुमताज के जनाजे को तीसरे दिन सुपुर्द-ए-खाक किया गया. भाई रेयाजुल अंसारी व नेसार अंसारी बाहर थे. भाइयों के इंतजार में मुमताज का जनाजा नहीं उठा था. शनिवार की सुबह मुमताज को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. गोपालगंज के पूर्व विधायक रेयाजुल हक राजू सहित काफी संख्या में सगे-संबंधी, ग्रामीण एवं व्यवसायी शामिल हुए.
तीसरे दिन भी पुलिस का रहा पहरा
हत्याकांड के तीसरे दिन भी नेहरुआ पुलिस छावनी में तब्दील रहा. गांव में काफी संख्या में पुलिस के जवान तैनात किये गये हैं. सुपुर्द-ए-खाक होने तक गांव में पुलिस कैंप की हुई थी. मीरगंज के इंसपेक्टर रामसेवक सिंह, कटेया के थानाध्यक्ष धनंजय कुमार, फुलवरिया के थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद, विजयीपुर के थानाध्यक्ष पंकज कुमार सहित कई थानों की पुलिस कैंप कर रही थी.
नहीं थम रहे आंसू
पंचदेवरी. घटना के बाद परिजन सदमे में हैं. पत्नी नजमा तो उसी दिन से बेसुध है. वहीं मां हबीबन बेगम का रो-रो कर बुरा हाल है. बेटे-बेटियों के चीत्कार से पूरा गांव गमगीन हो गया है. मुमताज भाइयों के लिए बहुत बड़ा सहारा था. सारा कारोबार मुमताज के जिम्मे था. उसकी मौत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
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