केले के थंब पर सामान लेकर निकलते पीड़ित व नाव ही सहारा.
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पतहरा व सलेमपुर तटबंध पर बचाव कार्य तेज
केले के थंब पर सामान लेकर निकलते पीड़ित व नाव ही सहारा. बाढ़ पूर्व तैयारी में चूक से बढ़ी लोगों की परेशानी बैकुंठपुर : प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ आने से पूर्व लोकल प्रशासन की ओर से तैयारी में चूक ने बाढ़पीडितों की परेशानी बढ़ा दी है. हरेक साल की भांति सर्वविदित था कि खोरमपुर, बांसघाट […]
बाढ़ पूर्व तैयारी में चूक से बढ़ी लोगों की परेशानी
बैकुंठपुर : प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ आने से पूर्व लोकल प्रशासन की ओर से तैयारी में चूक ने बाढ़पीडितों की परेशानी बढ़ा दी है. हरेक साल की भांति सर्वविदित था कि खोरमपुर, बांसघाट मंसूरियां, उसरी, चिउटाहां, गम्हारी, फैजुल्लाहपुर, बखरी व प्यारेपुर बाढ़ग्रस्त पंचायत रहती है.इसके बावजूद करीब दो सप्ताह पूर्व से बाढ़ का पानी बढ़ने से परेशानी की जानकारी लोगों द्वारा स्थानीय प्रशासन को दी जा रही थी. फिर भी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में कैसे निबटा जायेगा
इसकी तैयारी बाढ़ आने से पहले नहीं की जा सकी, जिसका नतीजा है कि इन दिनों सबको हो रही कष्ट यहां के जन जीवन तबाही का पर्याय बन कर रह गया है. पूर्व विधायक मंजीत कुमार सिंह ने कहा कि बाढ़ग्रस्त इलाके में चापाकल, मेडिकल टीम का गठन, मवेशियों के लिए चारा, दवा व इलाज का प्रबंधन सहित अनुश्रवण समिति का गठन समय रहते बाढ़ आने से पहले तैयारी जरूरी थी. आज जब बाढ़ की भयंकर स्थिति लोगों के समक्ष आ चुकी है तब जाकर तैयारी शुरू की गयी है. वह भी सही ढंग से बाढ़ राहत कैंपों में व्यवस्था नहीं होने के कारण प्रलयंकारी त्रासदी को झेलने को हजारों लोग लाचार हैं. कहीं भोजन, पानी तो कहीं दवा इलाज के लिए लोग व्याकुल है.
प्यारेपुर, आशाखैरा गांव के करीब पांच सौ बाढ़पीड़ित अभी तक राहत सामग्री वितरण की राह देख रहे हैं.
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