गोपालगंज : मांझा थाने के प्रतापपुर में अपराधियों के जमा होने की सूचना पर पुलिस की विशेष टीम ने छापेमारी की. लेकिन, पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और झड़प के साथ फायरिंग करते हुए सभी फरार हो गये.
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बिहार : AK-56 व गोलियों का जखीरा बरामद
गोपालगंज : मांझा थाने के प्रतापपुर में अपराधियों के जमा होने की सूचना पर पुलिस की विशेष टीम ने छापेमारी की. लेकिन, पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और झड़प के साथ फायरिंग करते हुए सभी फरार हो गये. हालांकि, पुलिस ने मौके से एक एके-56, 102 कारतूस, चार लोडेड मैगजीन, 32 बोर की पिस्तौल, पांच खोखे […]
हालांकि, पुलिस ने मौके से एक एके-56, 102 कारतूस, चार लोडेड मैगजीन, 32 बोर की पिस्तौल, पांच खोखे और दो मोबाइल बरामद किये. झड़प में दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गये. अपराधियों से झड़प की सूचना पर तत्काल एसडीपीओ मनोज कुमार, नगर थाने के इंस्पेक्टर विमल कुमार सिंह, थावे थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार पुलिस टीम के साथ पहुंचे और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की गयी. एसपी निताशा गुड़िया ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली कि मांझा थाने के भोजपुरवा के रहनेवाले कुख्यात अब्रेन मियां प्रतापपुर में दो दर्जन से अधिक अपराधियों के साथ एक बड़ी आपराधिक वारदात की तैयारी में है.
यूपी तक फैला है अब्रेन गैंग का नेटवर्क
अब्रेन गैंग का नेटवर्क यूपी तक फैला हुआ है. सीवान के कई नामी अपराधी गैंग के लिए काम कर रहे हैं. हालांकि अब्रेन मियां पहले भी कई बार जेल जा चुका है. अब्रेन मियां पर यूपी के कुशीनगर जिले के विशुनपुरा, कुचायकोट, मांझा, गोपालगंज थानाें में हत्या, लूट व आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं़
पुलिस के सामने सबाल, कहां से आया एके-56 ?
यह हथियार पूरी तरह से रेगुलर है. यह स्पष्ट कर रहा है कि इस गैंग का नेटवर्क काफी लंबा है. रेगुलर एके-56 का बरामद होना स्पष्ट करता है कि सेना या पुलिस से लूटा हुआ है. हालांकि पुलिस के अधिकारी इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं कि आखिर इस गैंग के पास एके-56 कहां से आया. अब्रेन जैसे अपराधी को पुलिस छोटा आंक रही थी.
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