गोपालगंज : फुलवरिया पुलिस के खिलाफ पीड़ित महिला समाहरणालय के आगे कोर्ट के गेट पर आमरण अनशन पर बैठ गयी. उत्पीड़न और पुलिस गंठजोड़ के शिकार महिला महीनों से चक्कर लगाने के बाद आंदोलन को मजबूर हो गयी. फुलवरिया थाना क्षेत्र के बथुआ बाजार की रहनेवाली जहांआरा खातून का आरोप है कि उसकी नाबालिग लड़की सुफिया खातून (नाम बदला हुआ) का अपहरण कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा कर लिया गया.
फुलवरिया थाने में आरजू-मिन्नत करने के बाद कांड संख्या 119/15 दर्ज हुआ. महिला ने बेटी की बरामदगी के लिए पुलिस में चक्कर लगाती रही. मुख्यमंत्री, डीजीपी, आइजी मुजफ्फरपुर, डीआइजी छपरा, एसपी को आवेदन दिया. हथुआ के एसडीपीओ ने इस मामले में बथुआ बाजार में छापेमारी कर नरेश कुमार को गिरफ्तार किया, लेकिन बच्ची की बरामदगी नहीं हो सकी. उसने पुलिस अधिकारियों के दरबार में भी गुहार लगायी है. जब कार्रवाई नहीं हुई, तो उसने फुलवरिया थानेदार पर अपहर्ताओं से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए आमरण अनशन की शुरुआत की है. इसका सहयोग यूपी के महिला सेवा संस्थान की प्रबंधन जन्नत बानो ने दिया है.