गोपालगंज : जिले की स्थापना के 42 वर्षों बाद भी जिला भू-अर्जन कार्यालय जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर चल रहा है. गोपालगंज समाहरणालय स्थित जिला भू-अर्जन कार्यालय पूर्ण रूप से जुगाड़ के सहारे संचालित हो रहा है. कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रतिनियुक्ति और प्रभार पर कार्यालय की नीव टिकी हुई है.
ऐसे तो भू-अर्जन कार्यालय संचालित किये जाने को लेकर लेखापाल, सर्वेयर, ड्रॉफ्ट मैन, कानूनगो, पेशकार, सर्वेयर सह ड्रॉफ्ट मैन, अमीन एवं जंजीर वाहक की आवश्यकता है, जबकि विभाग के द्वारा न तो कार्यालय संचालित करने के लिए कर्मियों के पद स्वीकृत किये गये हैं और न ही कर्मियों का पदस्थापन ही.
पांच वर्ष पूर्व से ही राजस्व कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति कर जिला भू-अर्जन कार्यालय का कार्य संचालित कराया जा रहा. ऐसे तो जिला प्रशासन के द्वारा विभाग को कर्मियों की कमी और पद सृजित किये जाने को लेकर पत्राचार किया जाता रहा है, लेकिन विभाग को कार्यों की प्रगति की चिंता है न की कार्यालय के लिए पद सृजन करने को एवं कर्मियों की कमी को दूर करने का. ऐसे तो विभाग के द्वारा हाल में एक कानूनगो को गोपालगंज में पदस्थापित किया गया है.
लेकिन, पद सृजित नहीं रहने के कारण न तो उन्हें भुगतान मिल रहा है और न ही उन्हें कार्य आवंटित किया जा रहा है. इस स्थिति में जिला भू-अर्जन कार्यालय पूर्ण रूप से जुगाड़ टेक्नोलॉजी से संचालित हो रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी कर्मियों की कमी को दूर किये जाने और पद सृजित किये जाने को लेकर विभाग से पत्राचार किया गया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नजर आ रही है. कौन कर्मी कितना दिनों से प्रतिनियुक्त है इसकी जानकारी मुझे नहीं है. विमल कुमार सिंह, प्रभारी पदाधिकारी जिला भू-अर्जन कार्यालय