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भयमुक्त होकर काम करेंगे मतदानकर्मी
गोपालगंज : मतदान के दिन जिले की सीमा सील रहेगी. इसमें यूपी की सीमा भी शामिल है. अलावा इसके हरेक क्षेत्र पर नजर रखने के लिए उड़नदस्ता तैनात किया गया है. मतदान के दौरान प्रत्येक बूथ से लाइव वेब कास्टिंग की भी व्यवस्था की गयी है. छह जुलाई से ही जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष […]
गोपालगंज : मतदान के दिन जिले की सीमा सील रहेगी. इसमें यूपी की सीमा भी शामिल है. अलावा इसके हरेक क्षेत्र पर नजर रखने के लिए उड़नदस्ता तैनात किया गया है. मतदान के दौरान प्रत्येक बूथ से लाइव वेब कास्टिंग की भी व्यवस्था की गयी है.
छह जुलाई से ही जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष काम करने लगा है. अपर समाहर्ता विभागीय जांच हेमंत नाथ देव को जिला नियंत्रण कक्ष का वरीय पदाधिकारी बनाया गया है.
बैलेट बॉक्स पर होगी कैमरे की नजर : विधान परिषद चुनाव के लिए बीडीओ पीठासीन पदाधिकारी होंगे.बीडीओ या ब्लॉक प्रमुख के चैंबर को मतदान केंद्र बनाया गया है. बैलेट बॉक्स बीडीओ के सामने रखा जायेगा. बैलेट बॉक्स कैमरे की नजर में होगा. बैलेट बॉक्स के पास सीसीटीवी कैमरा लगेगा, जिसका कंट्रोल अनुमंडल कार्यालय में बनाये गये कंट्रोल रूम से जुड़ा होगा. मतदान के दौरान मतदाता अंदर छुपा कर बैलेट पर अपने इंक से स्केच अंकित कर अधिकारी के सामने बैलेट बॉक्स में अपना मत डालेंगे.
मतदाता परची होगी निर्गत : पहला मतदानकर्मी निर्वाचक का क्रम संख्या और मतदाता पहचान संख्या अंकित कर मतदाता परची निर्गत की जायेगी. इसके आधार पर दूसरा मतदान कर्मी बैलेट पेपर के काउंटर फाइल पर निर्वाचन का हस्ताक्षर कर बैलेट पेपर उपलब्ध करेंगे.
तीसरा मतदान कर्मी उसे लंबत मोड़ कर पुन: क्षैतिज दिशा में मोड़ कर चुनाव द्वारा प्रदत्त इंक स्केच मतदाता को उपलब्ध करायेंगे. मतदाता अलग अकेले में अपना मत बैलेट पेपर पर लगे तसवीर के आगे कॉलम में चिह्न् लगायेंगे और उसे बैलेट बॉक्स में ला कर डाल देंगे. मतदान कर्मी यह सुनिश्चित करेगा कि मतदाता बैलेट बॉक्स में पेपर को डाले. इंक और स्केच जमा करा लिया जायेगा. दूसरे इंक से मतदान करने पर अवैध होगा. प्रशिक्षण में वरीय प्रभारी राधाकांत, प्रशिक्षण सहयोगी सुनील कुमार द्विवेदी आदि मौजूद थे.
मतदान केंद्रों पर रहेगी पर्याप्त सुरक्षा : चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पूरे जिले को दो जोन में बांटा गया है. दोनों जोन का प्रभार एसडीओ के जिम्मे होगा.
जिलाधिकारी ने दोनों जोनल पदाधिकारियों को मतदान में बाधा पहुंचाने या किसी भी तरह की गड़बड़ी करने के प्रयास में आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. साथ ही इन्हें खैरियत प्रतिवेदन भी देने का निर्देश दिया गया है. एसडीओ को मतदान के बाद मत पेटिका को बज्रगृह में सुरक्षित रखे जाने की भी जिम्मेवारी दी गयी है.
..तो रद्द हो सकता है वोट
गोपालगंज : कोई निर्वाचक मतदान के लिए मतदान केंद्र के लिए आता है और पता चलता है कि उसका मत पड़ गया है, तो निर्वाचक के द्वारा उसकी सत्यता की जांच कर पीठासीन पदाधिकारी वास्तविक साक्ष्य का पता कर अंतिम बैलेट पेपर मतदान के लिए घोषणा पत्र प्राप्त कर निर्गत कर सकता है.
साथ ही उनके नाम पर दूसरे के द्वारा दिये गये वोट को रद्द किया जायेगा, परंतु वह बैलेट पेपर बक्से में नहीं डाल कर अलग से लिफाफ में जमा करेंगे. मतदाता सूची में मतदाताओं की योग्यता दर्ज की जायेगी. बाद में मतगणना के दौरान उसकी गणना की जायेगी.
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