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मरीज हैं नर्सिग होम के इलाज सदर अस्पताल में!
सदर अस्पताल के डॉक्टरों की मनमर्जी से परेशान हैं मरीज सदर अस्पताल आनेवाले मरीजों को डॉक्टरों से बड़ी उम्मीद होती है. मरीजों को उम्मीद होती है कि इलाज के बाद उसे बीमारी से मुक्ति मिल जायेगी और वह चंगा होकर घर जल्दी घर लौट जायेगा. वहीं, कई डॉक्टर ऐसे भी हैं, जो पैसे कमाने की […]
सदर अस्पताल के डॉक्टरों की मनमर्जी से परेशान हैं मरीज
सदर अस्पताल आनेवाले मरीजों को डॉक्टरों से बड़ी उम्मीद होती है. मरीजों को उम्मीद होती है कि इलाज के बाद उसे बीमारी से मुक्ति मिल जायेगी और वह चंगा होकर घर जल्दी घर लौट जायेगा. वहीं, कई डॉक्टर ऐसे भी हैं, जो पैसे कमाने की होड़ में इस पेशे की छवि को धूमिल कर रहे हैं. डॉक्टर अपने निजी नर्सिग होम के मरीजों का अस्पताल में इलाज कर रहे हैं. दूसरे मरीजों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है.इस तरह अस्पताल की सुविधाओं का वे बेजा इस्तेमाल कर अपनी जेब भर रहे हैं.
गोपालगंज : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में नर्सिग होम के मरीजों का इलाज हो रहा है. मंगलवार को सदर अस्पताल एक डॉक्टर निजी नर्सिग होम की परची पर मरीजों का इलाज कर रहे थे. मरीज सरकारी परची लेकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. डॉक्टर ने पहले अपने नर्सिग होम के मरीजों का इलाज किया. इसके बाद सदर अस्पताल की परची पर मरीजों का इलाज किया गया. दिन के 11.30 बजे इमरजेंसी वार्ड मरीजों से भरा था.
ड्यूटी में तैनात उक्त डॉक्टर नर्सिग होम से आये मरीजों को देख रहे थे. मारपीट और सड़क दुर्घटनाओं में घायल होकर आये मरीज कराह रहे थे. उन मरीजों के परिजनों का आरोप था कि निजी क्लिनिक के मरीजों का पहले इलाज किया जा रहा है.
मरीजों के मुताबिक, हर रोज इमरजेंसी और ओपीडी में तैनात डॉक्टर अपने नर्सिग होम के मरीजों को सदर अस्पताल में बुला कर इलाज करते हैं. सदर अस्पताल आये मरीज अगर निजी क्लिनिक के हैं, तो परची भी सरकारी होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं था. मरीज के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.
इमरजेंसी वार्ड में कराहते रहे रोगी : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए भरती मरीज कराहते रहे. मंगलवार को गोली लगने, मारपीट समेत कई मामले सदर अस्पताल में आये थे. एक साथ आठ-दस मरीजों के पहुंचने के कारण समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी. अस्पताल परिसर में अफरातफरी की स्थिति बनी रही.
बोले सिविल सजर्न
नर्सिग होम के मरीज चिकित्सक से सदर अस्पताल में आकर सलाह ले सकते हैं. फीस लेकर सदर अस्पताल में इलाज नहीं करना है. अगर ऐसी शिकायत है, तो इसकी जांच करायी जायेगी.
डॉ विभेष प्रसाद सिंह
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