थावे (गोपालगंज) : बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे में पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित थावे महोत्सव में इस बार झारखंड की संस्कृति व विरासत को सहेजनेवाले छऊ नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. छऊ नृत्य पर झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल और ओड़िशा की संस्कृति की भी छाप है.
झारखंड के सराय केला में महाराजा आदित्य नारायण सिंह की ओर से स्थापित संस्थान के छऊ नृत्य के कलाकारों ने समां बांध दिया. कलाकारों ने शुरुआत चतरा घाट से समुद्र की तरफ बढ़ती हुई नदी पर आधारित कार्यक्रम से शुरुआत की. उसके बाद राधा-कृष्ण की प्रेम पर आधारित नृत्य कर झारखंड की संस्कृति से रुबरु कराया. जबकि मयूर डांस ने दर्शकों को बारिश का एहसास कराया.