गोपालगंज: परिवहन निगम ने करोड़ों की बसों को लाखों में नीलाम कर दिया. आधा दर्जन बसों को शनिवार को ठेकेदार लेकर चला गया. बता दंे कि वर्ष 2007 में यूपी से बसों की करार टूटने के बाद गोपालगंज की पांच बसें पटहेरवां थाने में जब्त हुई थीं, जिसमें लाखों रुपये जुर्माना देकर बसों को मुक्त कराया गया था.
जुलाई, 2007 से गोपालगंज डिपो में बसों को लाकर छोड़ दिया गया. यूपी से करार होने के उम्मीद लिये बसें खड़ी हुईं, तो वर्षों तक न तो करार हुई और न ही बसें चलीं. उपेक्षा के कारण बसे डिपो में सड़ गयी. विभाग और मंत्रालय ने इस पर ध्यान नहीं दिया. वर्ष 2008 में डिपो को बंद कर दिया गया.