गोपालगंज : जिले के सिधवलिया थाना क्षेत्र के बली छापर गांव में खेत में काम कर रहा युवक 11 हजार वोल्टेज से प्रवाहित बिजली के तार की चपेट में आ गया. बेटे को बचाने गये पिता को भी करंट लग गया और दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी. पिता-पुत्र की मौत के बाद गांव के लोग आक्रोशित हो गये और शवों को लेकर एनएच-28 पर स्थित झझवा पावर हाउस के समीप रखकर सड़क को जाम कर दिया. आक्रोशित लोगों ने हाइवे पर आगजनी कर बिजली कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की.
घटना की सूचना मिलने पर महम्मदपुर थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह, सिधवलिया थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, सिधवलिया के बीडीओ विजय कुमार, सीओ उमेश कुमार पर्वत मौके पर पहुंचे. करीब छह घंटे तक सड़क को जाम रखने के बाद बिजली कंपनी के दोषी कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के अधिकारियों के आश्वासन और पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये प्रति मृतक चेक देने के बाद लोग शांत हुए. इस दौरान हाइवे पर करीब 20 किमी तक जाम लग गया.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि सिधवलिया थाना क्षेत्र के बली छापर गांव निवासी 45 वर्षीय हरेंद्र यादव और उनका 14 वर्षीय बेटा शैलेश कुमार यादव बुधवार को खेत में सिंचाई करने पहुंचे. खेत में लटकते हुए 11 हजार वोल्टेज के तार की चपेट में बेटा शैलेश यादव आ गया. बेटे को बचाने के दौरान पिता हरेंद्र यादव भी करंट की चपेट में आ गया. देखते ही देखते दोनों की मौत हो गयी. मौत की खबर पर मौके पर सैकड़ों लोग पहुंचे. लोग झझवा सब स्टेशन पर बिजली आपूर्ति रोकने के लिए फोन करते रह गये, लेकिन फोन तक किसी ने रिसीव नहीं किया. इससे ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और एनएच 28 पर पहुंचकर आगजनी कर हंगामा शुरू कर दिया. बाद में डीसीएलआर उपेंद्र कुमार पाल पहुंचे. उनके पहुंचने के बाद उग्र लोगों की मांग को पूरा करते हुए बिजली के मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी और पीड़ित परिवार को नियमानुसार चार-चार लाख के दो चेक दिये गये, तब पुलिस शवों को अपने कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज पायी.