भोरे : पिछले कुछ दिनों से कटेया विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है. लगातार हो रही घटनाओं से सहमे यहां के लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि इन विपत्तियों को हादसा कहें या दैवीय प्रकोप. अभी एक पखवारा भी नहीं बीता है कटेया के सबसे बड़े हार्डवेयर कारोबारी पप्पू लोहिया की दुकान में शाॅर्ट-सर्किट से लगी भीषण आग में व्यवसायी के परिजनों को बचाने के क्रम में बुरी तरह झुलसे शिक्षक योगेंद्र गुप्ता सहित तीन लोगों की मौत हो गयी थी. उस भीषण अग्निकांड में झुलसे चार लोग आज भी अस्पताल में मौत से जूझ रहे हैं.
कटेया के लोग इस हादसे से अभी उबर भी नहीं पाये थे, तब तक शनिवार की रात हुई दूसरी घटना से फिर पूरे इलाके में मातम छा गया है. कटेया के अमवां से देवघर गयी बस आने के क्रम में जमुई में तलवाना पुल पर नदी में पलट गयी जिसमें एक महिला कांवरिया की जहां मौत हो गयी है, वहीं 45 अन्य घायल बताये जा रहे हैं. इनमें आठ कांवरियों की हालात काफी नाजुक है. उन्हें बेहतर इलाज के लिए जमुई सदर अस्पताल से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है. इस घटना के बाद पूरा इलाका दहल उठा है.
15 दिनों के अंदर ही दोबारा हुई इस घटना के बाद कटेयावासियों में खौफ व्याप्त है. लोग यही कह रहे हैं, न जाने कटेया पर किसकी नजर लग गयी है. इन दोनों हादसों में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, तो वहीं 50 लोग अस्पताल में मौत से जूझ रहे हैं. कटेया में लगातार हुई इन हृदयविदारक घटनाओं ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है. इलाके के लोग सदमे में हैं. सबके अंदर भय व्याप्त हो चुका है. कटेयावासी अनहोनी की आशंका से उबर नहीं पा रहे हैं.