बोधगया.
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को महाबोधि मंदिर में अपने परिवार के सदस्यों के साथ पूजा-अर्चना की. तीन दिवसीय दौरे पर बोधगया आये मंत्री के साथ पत्नी सीमा आठवले व 35 सदस्यीय दल भी यहां पहुंचा है. उन्होंने अपनी माता हौसाबाई बंडू आठवले की आठवीं पुण्य तिथि पर महाबोधि मंदिर में परिवार के सदस्यों के साथ उनकी आत्मा की शांति के लिए विशेष पूजा की. वरीय भिक्षु भदंत हर्षबोधि के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. मंदिर के गर्भगृह में वरीय भिक्षु डॉ मनोज ने उन्हें पूजा-अर्चना करायी. महाबोधि मंदिर पहुंचने पर बीटीएमसी की सचिव डॉ महाश्वेता महारथी, सदस्य डॉ अरविंद कुमार सिंह व मंदिर के केयर टेकर भिक्खु डॉ दीनानंद ने उनकी आगवानी की. मंदिर परिसर में बोधिवृक्ष के नीचे पूजा-अर्चना में केंद्रीय मंत्री व उनके साथ आये सभी सदस्य शामिल हुए. उन्होंने भिक्षुओं को संघदान भी कराया. महाबोधि मंदिर में पूजा के बाद श्रीलंका बौद्ध मठ में जयश्री महाबोधि विहार पहुंचे व यहां भिक्षु ज्ञानानंद ने उन्हें पूजा-अर्चना करायी. उनके लिए विशेष रूप से भगवान बुद्ध की अस्थि कलश को निकला गया और उन्होंने उसे माथे से लगाया. उन्होंने कहा कि बोधगया आने पर एक नयी ऊर्जा मिलती है. उन्होंने पूजा के बाद एक निजी होटल में विभिन्न बौद्ध मठों के भिक्षुओं को संघादन कराया व दान भेंट की. संघदान में भिक्षु प्रज्ञादीप महाथेरा, भिक्षु प्रियपाल महाथेरा, भिक्षु आनंद महाथेरा, भिक्षु शासनापाल महाथेरा, भिक्षु ज्ञानवंश थेरा सहित अन्य शामिल थे. इसके बाद मंत्री ने जिनामिताभ बोर्डिंग स्कूल पहुंचे. यहां उन्होंने भगवान बुद्ध की मूर्ति का अनावरण किया. इस मौके पर शिव नारायण मिश्र, मुरारी सिंह चंद्रवंशी, अरविंद कुमार सिंह सहित अन्य लोगों की मौजूदगी रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है