परैया. प्रखंड की करहट्टा पंचायत के अंतर्गत परसावा गांव में सड़क की जर्जर स्थिति और जल-जमाव से ग्रामीण त्रस्त हैं. बीते तीन वर्षों से गांव की मुख्य सड़क पर नाली का पानी जमा रहने से लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है. इस नारकीय स्थिति के कारण न केवल आवागमन बाधित हो रहा है, बल्कि बीमारी फैलने का खतरा भी मंडरा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क की इस गंभीर समस्या को लेकर उन्होंने कई बार वर्तमान मुखिया, अरुणोदय मिश्रा और गुरुआ के वर्तमान विधायक के सामने गुहार लगायी है. लेकिन, दोनों जनप्रतिनिधियों ने मामले को टाल-मटोल कर दिया. जनप्रतिनिधियों की इस उदासीनता से ग्रामीणों के अंदर गहरा आक्रोश है. सड़क और जल-निकासी की मूलभूत सुविधा से वंचित गांव के लोगों ने अब विधानसभा चुनाव में इस उपेक्षा का करारा जवाब देने का मन बना लिया है. ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि वे इस बार वोट का बहिष्कार या एकजुट होकर अपने विरोध का प्रदर्शन करेंगे. परसावा के आलोक कुमार ने की बताया कि तीन साल से हमारे बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं इसी गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं. जनप्रतिनिधि सिर्फ वोट के समय आते हैं, काम के समय कोई ध्यान नहीं देता. इस बार हम अपना आक्रोश वोट के माध्यम से दिखायेंगे.
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