बोधगया. पितृपक्ष के अवसर पर देश भर से आने वाले पिंडदानियों के लिए शुद्ध और सात्विक भोजन की आवश्यकता होती है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्राचीन श्रीजगन्नाथ मंदिर में पिंडदानियों के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था की गयी. सोमवार को इसका विधिवत उद्घाटन किया गया. मुख्य अतिथि हुलासगंज मठ के महंत स्वामी हरिरामाचार्य ने कहा कि आतिथ्य देवो भव हमारी भारतीय संस्कृति का मूल मंत्र रहा है. भगवान जगन्नाथ का प्रसाद जिस रूप में मिले वह महाप्रसाद है. इस भूमि पर जो अन्नदान यज्ञ हो रहा है, वह अपने आप में बहुत बड़ी बात है. उन्होंने इसके अनुयायी और श्रद्धालुओं के प्रति आभार व्यक्त किया. इस मौके पर स्वामी संतोषानंद, प्रो कुसुम कुमारी, प्रो केके नारायण, बीटीएमसी की सचिव डॉ महाश्वेता महारथी, श्रीराम सेना के सौरभ शांडिल्य, सचिव राय मदन किशोर, कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, विहिप के त्रिलोकी नाथ बागी, डॉ विनय गोपाल, डॉ केके मिश्र, सतीश कुमार सिन्हा, धर्मेंद्र कुमार, सुभाष अग्रवाल, रामदीप पासवान, विजय नयन, महेंद्र प्रसाद, डॉ कमलेश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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