Pitru Paksha 2025: धार्मिक नगरी में शामिल बिहार का गया जिला एक बार फिर से भव्य पितृपक्ष मेला 2025 की मेजबानी के लिए तैयार हो रहा है. इस साल 06 सितंबर से 21 सितंबर 2025 तक पितृपक्ष मेले का आयोजन किया जा रहा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष यहां पिछले साल की तुलना में अधिका तीर्थयात्री जुटेंगे. इसको लेकर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है. इस कड़ी में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने मेले के सफल आयोजन के लिए की जा रही तैयारियों की गहन समीक्षा की.
डीएम का निर्देश
समीक्षा के दौरान डीएम ने सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी के लिए निर्देश जारी किया है. जिसके तहत कहा गया कि अभी से ही अपने कोषांग में अधीनस्थ पदाधिकारी, अभियंता और संबंधित नामित स्वयंसेवी सम्मानित व्यक्तियों के साथ मिलकर स्थल निरीक्षण करें. इस दौरान जो भी कमियां सामने आ रही हैं उसका जल्द से जल्द निष्पादन करें.
पार्किंग बड़ी चुनौती
इस भव्य मेले के दौरान यातायात और पार्किंग एक बहुत बड़ी चुनौती होती है. इसके लिए जिलाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि बारिश का पानी कम होते ही सभी पार्किंग स्थलों को जिला खनन पदाधिकारी के माध्यम से बालू डलवाते हुए समतल करवाया जाए. जिलाधिकारी ने यह भी कहा है कि यदि अतिरिक्त पार्किंग एरिया की जरूरत हो तो उसके लिए अभी से ही निरीक्षण कर जानकारी दी जाए.
पार्किंग की व्यवस्था
इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष 13 स्थानों पर छोटे वाहनों के लिए पड़ाव/पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए हैं. वहीं, बड़े वाहनों के लिए भी 8 स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था रखी गई है.
किराया निर्धारण और रूट प्लान
गया आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए, जिला परिवहन अधिकारी द्वारा टूर ट्रेवल एवं टेम्पो एसोसिएशन के साथ बैठक कर रूट वार भाड़ा निर्धारण करवा दिया गया है. साथ ही, यातायात को सुगम बनाने के लिए ट्रैफिक प्लान भी तैयार कर लिया गया है.
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यात्रियों के लिए सस्ता खान-पान
इसके अलावा खाद्य सामग्री की समीक्षा में यात्रियों को सस्ते दर पर शुद्ध एवं ताजा खाना उपलब्ध करवाने के लिए भी प्लान तैयार करने का निर्देश जारी किया गया है.
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