गया. जिले में विशिष्ट शिक्षक पहले होली पर वेतन की मांग करते रहे, लेकिन नहीं मिला. अब ईद भी फीकी रहने की संभावना है. इसका कारण पहले तो सक्षमता एक में पास हुए विशिष्ट शिक्षकों का प्राण नंबर जेनेरेट करने में अनावश्यक विलंब. अब एचआरएमएस ऑनबोर्डिंग का कार्य धीमी होने के कारण शिक्षकों को वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है. एचआरएमएस ऑनबोर्डिंग मतलब नये कर्मचारियों को कंपनी में शामिल करने की प्रक्रिया को एचआरएमएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से सुव्यवस्थित और स्वचालित करना, जिससे कागजी कार्रवाई, प्रशिक्षण और अन्य आवश्यक कार्य आसानी से हो सके. द्वितीय सक्षमता उत्तीर्ण विशिष्ट शिक्षकों का प्राण नंबर जेनेरेट करने को लेकर जिला से पत्र जारी किया गया है. शिक्षक नेताओं ने बताया कि कुछ ही शिक्षकों का पेमेंट हुआ है, उन्हें काफी कम वेतन मिला है. मूल वेतन 31470 के बदले 25 हजार वेतन का भुगतान हुआ है. शिक्षकों ने कहा कि इसका कारण शिक्षा विभाग ने शिक्षकों का वेतन निर्धारण ही नहीं कराया और सबसे न्यूनतम मूल वेतन पर ही भुगतान कर दिया. 2022 में बहाल हुए शिक्षक और 2003 में बहाल शिक्षकों का वेतन एक समान हो गया है. इसे दूर किया जाना चाहिए. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) ने सभी बीइओ व विद्यालय अवर निरीक्षकों को द्वितीय सक्षमता उत्तीर्ण विशिष्ट शिक्षकों का प्राण नंबर के लिए ऑनलाइन आवेदन करवाने का निर्देश दिया है. विशिष्ट शिक्षक पद पर योगदान करने वाले सभी शिक्षकों को प्राण नंबर के लिए ओपीजीएम व इ-एनपीएस पोर्टल पर ऑनलाइन सभी सूचना दर्ज करानी है.
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